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Pakistan Crisis: बद से बदतर हो रहे हालात, आर्थिक संकट के बीच पाकिस्तानी रुपये में भारी गिरावट

पाकिस्तान की स्थिति सुधरने का नाम नहीं ले रही है। आर्थिक संकट के बीच पाकिस्तान को एक और बड़ा झटका लगा है। दरअसल पाकिस्तानी रुपया में दो दशक में पहली बार बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। (फोटो एपी)

By AgencyEdited By: Anurag GuptaPublished: Thu, 26 Jan 2023 08:26 PM (IST)Updated: Thu, 26 Jan 2023 09:32 PM (IST)
Pakistan Crisis: बद से बदतर हो रहे हालात, आर्थिक संकट के बीच पाकिस्तानी रुपये में भारी गिरावट
Pakistan Crisis: आर्थिक संकट के बीच पाकिस्तानी रुपये में भारी गिरावट (फोटो: एपी)

कराची, रायटर्स। पाकिस्तान के हालत दिन-प्रतिदिन बदतर होते जा रहे हैं और पाकिस्तानी आवाम को कोई भी सकारात्मक खबर सुनने का मौका नहीं मिल रहा है। इसी बीच आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को एक और बड़ा झटका लगा है। इस बार पाकिस्तान की करेंसी में भारी गिरावट देखने को मिली है। पाकिस्तानी रुपया  गुरुवार को डॉलर के मुकाबले 9.6 फीसदी गिर गया।

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पाकिस्तान रुपये में बड़ी गिरावट

बता दें कि पाकिस्तानी रुपया एक डॉलर के मुकाबले गुरुवार को 255.4 रुपये पर जाकर रुका। पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार तेजी से घट रहा है। जिससे तीन सप्ताह का भी इम्पोर्ट्स नहीं किया जा सकता है। विशेषज्ञों ने पाकिस्तान रुपये को लेकर बताया कि दो दशकों में पहली बार एक दिन में इतनी बड़ी गिरावट दर्ज की गई है।

पाकिस्तानी रुपया में आई भारी गिरावट के लिए अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की शर्तों को जिम्मेदार माना जा रहा है, जिसे पाकिस्तान ने स्वीकार कर लिया है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मंगलवार को 'पीएम यूथ लोन स्कीम फॉर बिजनेस एंड एग्रीकल्चर' के एक कार्यक्रम को संबोधित किया था। इस दौरान उन्होंने संकेत दिया था कि सरकार कर्ज कार्यक्रम को पुनर्जीवित करने के लिए आईएमएफ की कड़ी शर्तों वाली कड़वी गोली निकलने के लिए तैयार है।

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कड़ी शर्तों का पालन करने को पाक तैयार

रिपोर्ट के मुताबिक, डॉन अखबार ने पाकिस्तान प्रधानमंत्री के हवाले से बताया था कि हम आपकी (IMF) शर्तों के साथ बैठने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा था कि मैंने दो सप्ताह पहले आईएमएफ प्रमुख से बात की थी और हमने सक्रिय रूप से उनसे संपर्क किया है ताकि कार्यक्रम को आगे बढ़ाया जा सके।

आईएमएफ ने कर्ज को लेकर स्पष्ट किया था कि जब तक पाकिस्तान उनकी शर्तें नहीं मानेगा तब तक 1.6 अरब डॉलर की अगली किश्त जारी नहीं की जाएगी। दरअसल, आईएमएफ 6 किश्तों के माध्यम से पाकिस्तान को 9 अरब डॉलर रुपये का कर्जा देने वाला था लेकिन अभी तक 3 अरब डॉलर की दो किश्तें ही जारी की गई हैं।

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