इमरान खान मलेशिया यात्रा के दौरान भारतीय हवाई क्षेत्र का नहीं करेंगे इस्तेमाल, दो दिन का दौरा
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान मलेशिया जाने के लिए के लिए भारतीय हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल नहीं करेंगे। इमरान आज दो दिन के दौरे पर मलेशिया नहीं जाएंगे।
इस्लामाबाद, एएनआइ। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान मलेशिया जाने के लिए के लिए भारतीय हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल नहीं करेंगे। एआरवाइ न्यूज ने सूत्रों के हवाले इसकी जानकारी। इमरान आज दो दिन के दौरे पर मलेशिया नहीं जाएंगे। उन्होंने फैसला किया है कि वे भारतीय हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल नहीं करेंगे। यह फैसला उन्होंने जम्मू कश्मीर के हालात के मद्देनजर ली है।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने रविवार को कहा, ' पीएम खान 3-4 फरवरी को मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद के निमंत्रण पर मलेशिया का दौरा कर रहे हैं।'खान के साथ एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी शामिल होगा, जिसमें कैबिनेट के सदस्य और वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे।
पुलवामा हमले के बाद बढ़ा तनाव
बता दें कि पिछले साल फरवरी में जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद दोनों देशों में तनाव जारी है। यह हमला पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश -ए-मुहम्मद ने कराया था। इसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की थी।
अनुच्छेद 370 हटाने के बाद तनाव और बढ़ गया
इसके बाद पिछले साल 5 अगस्त को भारत सरकार ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने और इसे दो भाग (जम्मू-कश्मीर और लद्दाख) में बांटने का फैसला लिया था। इसने दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ा दिया। पाकिस्तान इस फैसले से इतना बौखलाया कि उसने भारत के साथ राजनायिक संबंध को कम कर दिया था।
पाकिस्तान ने हवाई क्षेत्र का उपयोग करने की अनुमति नहीं दी
बता दें कि इसके बाद से पाकिस्तान ने कई अवसरों पर, राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भारतीय नेताओं को विदेश यात्रा के दौरान अपने हवाई क्षेत्र का उपयोग करने की अनुमति नहीं दी।
आइसीएओ में भारत ने मुद्दे को उठाया
पिछले साल अक्टूबर में, भारत ने इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (ICAO) में उठाया था। पाकिस्तान ने पीएम मोदी के विशेष उड़ान के लिए हवाई क्षेत्र का उपयोग करने की अनुमति देने से इन्कार कर दिया था। इसके बाद ही भारत ने आइसीएओ में इस मुद्दे को उठाया।