Pakistan: 21 अक्टूबर को पाकिस्तान लौटेंगे पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, आम चुनावों में PML-N का करेंगे नेतृत्व
पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी ने उन अटकलों को खारिज कर दिया है कि वह वतन वापसी की अपनी योजना में देरी कर सकते हैं। वहीं पार्टी का मानना है कि लोग जो वर्तमान में बढ़ती मुद्रास्फीति बेरोजगारी से चिंतित हैं उन्हें PML-N सुप्रीमो की वापसी में कोई दिलचस्पी नहीं है। बता दें पूर्व प्रधानमंत्री जनवरी में होने वाले आम चुनावों के लिए देश वापस आ रहें हैं।
पीटीआई, इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी ने उन अटकलों को खारिज कर दिया है कि वह 21 अक्टूबर को लंदन में आत्म-निर्वासन से लौटने की अपनी योजना में देरी कर सकते हैं। जनवरी में होने वाले अगले आम चुनाव में 73 वर्षीय नवाज शरीफ को पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) पार्टी का नेतृत्व करने की उम्मीद है।
शरीफ के स्वागत की उम्मीद करना मूर्खता
एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार ने सूत्रों का हवाला देते हुए कहा कि "पार्टी का मानना है कि लोग, जो वर्तमान में बढ़ती मुद्रास्फीति, बेरोजगारी और अत्यधिक उपयोगिता बिलों से चिंतित हैं, उन्हें पीएमएल-एन सुप्रीमो की देश में वापसी में कोई दिलचस्पी नहीं है।
अखबार में कहा गया है कि भतीजे और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री हमजा शहबाज ने लाहौर में एक सार्वजनिक संचार अभियान शुरू किया और जनता की राय को समझा है। इसलिए, समूह ने सोचा कि मौजूदा स्थिति में लोगों से नवाज शरीफ के लिए सम्मानजनक स्वागत की उम्मीद करना मूर्खता होगी।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक अभी आम चुनाव की तारीख की घोषणा नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि बेहतर होगा कि नवाज आम चुनाव के करीब या चुनाव की तारीख की घोषणा के बाद देश लौट आएं। पाकिस्तान चुनाव आयोग ने पिछले महीने घोषणा की थी कि आम चुनाव जनवरी 2024 के आखिरी सप्ताह में होंगे।
सूत्रों ने कहा कि पीएमएल-एन के दिग्गज नेता शाहिद खाकन अब्बासी ने भी लंदन में नवाज शरीफ के साथ बैठक में इन तथ्यों को दोहराया था, लेकिन नवाज ने देश लौटने का मन बना लिया था और पार्टी से उनके स्वागत की तैयारी करने को कहा था।
पूर्व प्रधानमंत्री की योजना में कोई बदलाव नहीं
पीएमएल-एन के एक अन्य समूह ने कहा कि अगर नवाज शरीफ की वापसी स्थगित की गई, तो पार्टी पर जनता में नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा और इसीलिए उन्हें देश लौटने के अपने फैसले पर कायम रहना चाहिए। पीएमएल-एन के सीनेटर इरफान सिद्दीकी ने कहा कि नवाज शरीफ की 21 अक्टूबर को देश वापसी अंतिम है और कार्यक्रम में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
एक वीडियो संदेश में, सिद्दीकी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री उमरा करने के लिए पहले सऊदी अरब पहुंचेंगे, बाद में संयुक्त अरब अमीरात में रहेंगे और फिर 21 अक्टूबर को पाकिस्तान लौटेंगे। पीएमएल-एन सीनेटर ने कहा कि नवाज शरीफ के कार्यक्रम को अंतिम रूप दे दिया गया है और उनकी वापसी में देरी करने की योजना की खबरें झूठी हैं।
सिद्दीकी ने कहा कि उन्होंने पार्टी सुप्रीमो द्वारा देश में अपनी वापसी टालने की अफवाहों का खंडन किया है। लाहौर उच्च न्यायालय द्वारा चार सप्ताह के लिए जमानत दिए जाने के बाद नवाज शरीफ ने नवंबर 2019 में चिकित्सा आधार पर देश छोड़ दिया। वह कोट लखपत जेल लाहौर में अल-अजीजिया मिल्स भ्रष्टाचार मामले में सात साल की कैद की सजा काट रहे थे।
नवाज के छोटे भाई शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली पिछली पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) सरकार द्वारा जवाबदेही कानूनों में किए गए संशोधनों को रद करने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले के आलोक में, पाकिस्तान का राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) नवाज के खिलाफ चार लंबित जांच फिर से खोल रहा है।
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ये मामले अवैध भूखंडों और भूमि आवंटन, उनकी चीनी मिलों और तोशखाना (राष्ट्रीय खजाना उपहार) के शेयरों के संदिग्ध हस्तांतरण से संबंधित हैं। दो मामले क्रमशः 1986 और 1998 में भूखंडों के आवंटन और एक सड़क के अवैध निर्माण के लिए अपने अधिकार का दुरुपयोग करने से संबंधित हैं।
तीसरा उनके और उनके परिवार के सदस्यों के स्वामित्व वाली एक चीनी मिल के अवैध तरीके से शेयरों के हस्तांतरण के बारे में है, जबकि चौथा तोशखाना (खजाना) से संबंधित है, जिसमें उन पर राष्ट्रीय खजाने से शानदार वाहन लेने का आरोप है।
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