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    Pakistan: तोशाखाना मामले में फैसले के निलंबन को लेकर हाई कोर्ट पहुंचे इमरान खान, अदालत से लगाई गुहार

    By AgencyEdited By: Devshanker Chovdhary
    Updated: Thu, 05 Oct 2023 08:00 PM (IST)

    तोशाखाना भ्रष्टाचार मामले में पूर्व पीएम इमरान खान ने ट्रायल कोर्ट के फैसले को निलंबित करने के लिए इस्लामाबाद हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। एक महीने पूर्व हाई कोर्ट ने इमरान की तीन साल की सजा को निचली अदालत की सुनवाई प्रक्रिया में खामी के आधार पर निलंबित कर दिया था लेकिन इमरान अब फैसले का भी निलंबन चाहते हैं।

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    इमरान खान ने तोशाखाना मामले को लेकर इस्लामाबाद हाई कोर्ट का रुख किया। (फाइल फोटो)

    पीटीआई, इस्लामाबाद। तोशाखाना भ्रष्टाचार मामले में पूर्व पीएम इमरान खान ने ट्रायल कोर्ट के फैसले को निलंबित करने के लिए इस्लामाबाद हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। एक महीने पूर्व हाई कोर्ट ने इमरान की तीन साल की सजा को निचली अदालत की सुनवाई प्रक्रिया में खामी के आधार पर निलंबित कर दिया था, लेकिन इमरान अब फैसले का भी निलंबन चाहते हैं।

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    इमरान खान अगस्त में हुए थे गिरफ्तार

    पीटीआई प्रमुख इमरान खान को अगस्त में गिरफ्तार कर लिया गया था और निचली अदालत द्वारा तोशखाना उपहार भ्रष्टाचार मामले में तीन साल जेल की सजा सुनाए जाने के बाद अटक जेल में भेज दिया गया था। इस्लामाबाद की ट्रायल कोर्ट ने इमरान को तोशाखाना मामले में 'भ्रष्ट आचरण' का दोषी पाया था।

    यह भी पढ़ेंः बुशरा बीबी ने जेल में इमरान खान को जहर देने की जताई आशंका, सुरक्षा बढ़ाने की मांग को लेकर पहुंची इस्लामाबाद HC

    इमरान खान ने क्या दी दलील?

    इमरान ने निचली अदालत पर बिना दलील सुने सजा सुनाने का आरोप लगाया था। इसे सुप्रीम कोर्ट ने सही पाया और इमरान की सजा में प्रक्रियात्मक दोष पाया था। इसके बाद इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने इमरान की सजा को निलंबित कर दिया था। इसके तुरंत बाद गोपनीय राजनयिक केबिल लीक मामले में इमरान को गिरफ्तार कर लिया तब से वह जेल में हैं।

    सेना प्रमुख को हटाने के लिए इमरान ने रची थी साजशि: उस्मान डार

    इमरान खान के करीबी रहे उस्मान डार ने कहा है कि सेना प्रमुख जनरल असीम मुनरो को हटाने के लिए पूर्व पीएम ने नौ मई की हिंसा की साजिश रची थी। डार को इमरान का काफी विश्वसनीय माना जाता है। डार ने बुधवार को एक टीवी कार्यक्रम में कहा कि नौ मई को सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमले की साजिश इमरान की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में लिया गया था।

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