अंटार्कटिका में काम करने वाली महिलाओं ने लगाया यौन उत्पीड़न का आरोप, कहा- हमें असहाय छोड़ा गया
Women working in Antarctica अंटार्कटिका का नाम आते ही जहन में सबसे पहला ख्याल बर्फ का आता है। अंटार्कटिका में जहां भी नजर पहुंचती है वहां सिर्फ बर्फ ही दिखाई देती है। हालांकि बर्फ से घिरे अंटार्कटिका में यौन उत्पीड़न के कई मामले सामने आए हैं। नेशनल साइंस फाउंडेशन की रिपोर्ट में बताया गया है कि 59 फीसद महिलाओं ने कहा कि उन्हें अंटार्कटिका में उत्पीड़न का अनुभव किया है।

क्राइस्टचर्च, एजेंसी। अंटार्कटिका का नाम आते ही जहन में सबसे पहला ख्याल बर्फ का आता है। अंटार्कटिका में जहां भी नजर पहुंचती है, वहां सिर्फ बर्फ ही दिखाई देती है। हालांकि, बर्फ से घिरे अंटार्कटिका में यौन उत्पीड़न के कई मामले सामने आए हैं।
नेशनल साइंस फाउंडेशन ने जारी की रिपोर्ट
दुनिया की सबसे ठंडी जगह अंटार्कटिका को लेकर नेशनल साइंस फाउंडेशन ने एक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि 59 फीसद महिलाओं ने कहा कि उन्हें अंटार्कटिका में उत्पीड़न का अनुभव किया है।
महिला ने सुनाई आपबीती
दरअसल, मैकमुर्डो स्टेशन पर मैकेनिक लिज मोनाहोन ने यौन उत्पीड़न से जुड़े मामले का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि वह अपने साथ एक हथौड़ा लेकर चलती हैं, ताकि अगर कोई भी उनके करीब आता है या फिर छूने की कोशिश करता है तो वे इसी हथौड़े की मदद से अपना बचाव करती हैं।
बता दें कि 35 वर्षीय लिज मोनाहोन उन कई महिलाओं में से एक हैं। जो अंटार्कटिका में अमेरिका के अनुसंधान केंद्र में काम करती हैं और उन्होंने यहां काम करने के दौरान यौन उत्पीड़न जैसी स्थिति का सामना किया है। एक महिला ने अपने साथ हुई घटना का जिक्र करते हुए बताया कि उसके सहकर्मी ने उसके साथ छेड़छाड़ की थी। जिसके बाद उस पर काम करने के लिए दबाव बनाया गया।
पहले हुआ यौन उत्पीड़न, फिर नौकरी से निकाला
वहीं, दूसरी महिला ने बताया उसके साथ यौन उत्पीड़न किया गया था और उसे बाद में नौकरी से निकाल दिया गया। एक अन्य महिला ने कहा कि उसने दुष्कर्म का आरोप लगाया था, जिसे बाद में उत्पीड़न में बदल दिया गया। एक रिपोर्ट के अनुसार, महिलाओं द्वारा शिकायत किए जाने के बाद भी उनके साथ हिंसा की घटनाएं नहीं रुकी हैं।
डिप्टी यूएस मार्शल पर भी लगा आरोप
एक महिला ने डिप्टी यूएस मार्शल को अपने साथ हुई आपबीती के बारे में बताया और करीब एक करीब एक मिनट तक जबरदस्ती की कोशिश की। इस दौरान वह सांस तक नहीं ले पा रही थी। हालांकि, शख्स ने इन आरोपों को गलत बताया। कोर्ट के दस्तावेजों से पता चलता है कि उस शख्स को अंटार्कटिका से निकाल दिया गया और वापस अमेरिका भेज दिया गया है।
महिलाएं कर रहीं खुद की सुरक्षा
पृथ्वी पर सबसे दुर्गम स्थानों में से एक में फंसी महिलाओं का कहना है कि उन्हें बड़े पैमाने पर खुद की सुरक्षा करने के लिए मजबूर किया गया। मोनाहोन ने बताया कि उन्हें वहां बचाने वाला कोई नहीं था और यही वह चीज थी जो बहुत भयानक थी। मोनाहोन का मानना है कि प्रबंधन ने इसे लेकर कोई कदम नहीं उठाए।
अमेरिकी संचालन के केंद्र मैकमुर्डो की आबादी आमतौर पर दक्षिणी सर्दियों में 200-300 से बढ़कर गर्मियों में 1,000 से अधिक हो जाती है। आमतौर पर यहां लगभग 70 फीसद पुरुष रहते हैं। मैकमुर्डो में पुलिस की कोई मौजूदगी नहीं है। यहां कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी डिप्टी यूएस मार्शल की होती है।
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