बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले के विरोध में विश्व में उठी आवाज, ब्रिटिश सांसद ने कहा- जिम्मेदारी कब समझेगी यूनुस सरकार
बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमले के खिलाफ आवाज उठने लगी है। ब्रिटिश सांसद प्रीति पटेल ने भी बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के लोगों पर हमलों की कड़ी निंदा की है। इसके अलावा अमेरिका में रहने वाले बांग्लादेशी मूल के हिंदुओं ने व्हाइट हाउस के समक्ष प्रदर्शन कर बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा और धर्मगुरु चिन्मय दास की रिहाई की मांग की थी।

जेएनएन, नई दिल्ली। बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर हमलों के विरोध में अब विश्व भर में आवाज उठ रही हैं। अमेरिका में सांसद ब्रैड शरमन ने कहा है कि बांग्लादेश सरकार की पूरी जिम्मेदारी है कि वह देश में रहने वाले हिंदू समुदाय के लोगों की सुरक्षा करें।
लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई शेख हसीना सरकार के हटने के बाद वहां पर बनी स्थिति ठीक नहीं है। ब्रिटिश सांसद प्रीति पटेल ने भी बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के लोगों पर हमलों की कड़ी निंदा की है। उन्होंने इन हमलों को संवेदनहीन और भयभीत करने वाला बताया है।
अमेरिका से हस्तक्षेप की गुहार
इससे पहले अमेरिका में रहने वाले बांग्लादेशी मूल के हिंदुओं ने व्हाइट हाउस के समक्ष प्रदर्शन कर बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा और धर्मगुरु चिन्मय दास की रिहाई की मांग की थी। उन्होंने बांग्लादेश की स्थिति में अमेरिका के हस्तक्षेप का आग्रह किया था।
हिंदुओं को बांग्लादेश में मिले सुरक्षा
सांसद शरमन ने कहा, "बांग्लादेश सरकार की जिम्मेदारी है कि वह हिंदू समुदाय के उन हजारों लोगों की आवाज सुने जो अपने ऊपर हो रहे हमलों और अत्याचार की बात कह रहे हैं। सरकार उन्हें पर्याप्त सुरक्षा दे।" अमेरिकी सांसद ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के प्रमुख वाल्कर तुर्क से भी मांग की कि बांग्लादेश में हिंदू, बौद्ध और ईसाई समुदाय के लोगों पर हुए हमलों की जांच कराई जाए। ये हमले अगस्त में शेख हसीना की सरकार को हटाने के लिए देश भर में हुई हिंसा के दौरान हुए थे।
ब्रिटेन की विपक्षी कंजरवेटिव पार्टी में विदेश मामलों की प्रभारी सांसद प्रीति पटेल ने बांग्लादेश सरकार से अनुरोध किया है कि वह हिंदुओं के धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार की रक्षा करे। कहा कि हिंदुओं पर लगातार हो रहे हमलों से बांग्लादेश में अस्थिरता और असुरक्षा का माहौल बन रहा है, यह स्थिति उसके लिए घातक साबित होगी।
बांग्लादेश की स्थिति सभी के लिए चिंताजनक है, इसलिए वहां की सरकार विलंब न करते हुए हिंदू अल्पसंख्यकों को तत्काल पर्याप्त सुरक्षा उपलब्ध कराए, धर्मस्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करें और हमलावरों को दंडित करने की कार्रवाई करें।
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