ऑस्ट्रेलिया में हुआ करिश्मा! कूकाबुरा जैसे कई जंगली पक्षियों में मिले सेक्स रिवर्सल के सबूत; वैज्ञानिक भी हैरान
Wild bird sex reversal हाल ही में वैज्ञानिकों ने जंगली पक्षियों में लिंग परिवर्तन के सबूत पाए हैं। ऑस्ट्रेलिया में किए गए रिसर्च में कूकाबुरा मैगपाई जैसे पक्षियों में लिंग परिवर्तन देखा गया। रिसर्चर्स ने पाया कि 4.8 से 6% पक्षियों में उनका आनुवंशिक लिंग उनके प्रजनन अंगों से मेल नहीं खाता। मादा पक्षियों में नर के अंग मिले।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। वैज्ञानिकों द्वारा हाल ही में किए गए एक रिसर्च में जंगली पक्षियों में सेक्स रिवर्सल पर मिले सबूत से हर कोई हैरान है। वैज्ञानिक खुद इस बात को समझ नहीं पा रहे हैं कि ये कैसे हो गया। दरअसल, ये रिसर्च ऑस्ट्रेलिया में जंगली पक्षियों पर किया गया।
पक्षियों पर किए गए इस रिसर्च में पाया गया कि लगभग 4.8 से 6 प्रतिशत पक्षियों में लिंग परिवर्तन पाया जाता है। हैरान करने वाली बात ये है कि उनका आनुवंशिक लिंग उनके प्रजनन अंगों से मेल नहीं खाता है।
कूकाबुरा, मैगपाई जैसे पक्षियों में लिंग परिवर्तन पाया
- रिसर्चर्स ने कूकाबुरा, मैगपाई, क्रेस्टेड कबूतर और लॉरिकेट सहित पांच सामान्य प्रजातियों पर रिसर्च किया और उन सभी में लिंग परिवर्तन पाया।
- सनशाइन कोस्ट विश्वविद्यालय में इस शोध को कर रहीं एसोसिएट प्रोफेसर डोमिनिक पोटविन ने कहा कि रिसर्च के रिजल्ट टीम के लिए हैरान करने वाले थे।

रिजल्ट देखकर सब बोले- हे भगवान, ये कैसे...
द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार पोटविन ने कहा,
मैं सोच रही थी, क्या यह सही है? इसलिए हमने बार-बार जांच की और फिर हम रिजल्ट देखकर बस यही कह रहे थे... 'हे भगवान'।
मादा पक्षियों के प्रजनन अंग नर के मिले
प्रोफेसर डोमिनिक पोटविन ने कहा कि जब उन्होंने अपने पक्षी विज्ञानी दोस्तों को ये परिणाम दिखाए तो वे दंग रह गए। रॉयल सोसाइटी की पत्रिका बायोलॉजी लेटर्स में प्रकाशित शोध के अनुसार, अधिकांश लिंग-प्रतिवर्तित पक्षी (92%) आनुवंशिक रूप से मादा थे, लेकिन उनके प्रजनन अंग नर थे।
नर कूकाबुरा में मादा के अंग मिले
इस बीच, एक आनुवंशिक रूप से नर कूकाबुरा में मादा के अंग मिले, जो हाल ही में अंडे देने का संकेत देता है।
शोध की प्रमुख लेखिका डॉ. क्लैंसी हॉल ने कहा कि ये निष्कर्ष चिंताजनक हैं क्योंकि लिंग-प्रतिवर्तित पक्षी प्रजनन सफलता को प्रभावित कर सकते हैं।
वैज्ञानिकों को इस बात की चिंता
सनशाइन कोस्ट विश्वविद्यालय में कार्यरत डॉ. हॉल ने इस पर कहा कि ये शोध बताता है कि इससे लिंग अनुपात में असंतुलन, जनसंख्या आकार का कम होना, पक्षियों के व्यवहार में बदलाव और यहां तक कि जनसंख्या में गिरावट भी हो सकती है।
ये हो सकती है परिवर्तन की वजह
शोधकर्ताओं को संदेह है कि पर्यावरणीय रसायन, विशेष रूप से एंडोक्राइन विघटनकारी रसायन (EDC) लिंग परिवर्तन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। तनाव हार्मोन भी एक योगदान कारक हो सकते हैं।
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