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    बर्ड फ्लू कंट्रोल होने तक UP के इस जिले में चिकन की बिक्री पर रोक, DM ने दिए निर्देश; सीमाएं सील

    Updated: Wed, 13 Aug 2025 06:09 PM (IST)

    बिलासपुर में बर्ड फ्लू के मामलों को देखते हुए डीएम ने जिले में चिकन और अंडे की बिक्री पर रोक लगा दी है। सीमाओं को सील कर दिया गया है और अधिकारियों को निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं। क्षेत्र को दो जोन में बांटा गया है और लोगों से प्रशासन का सहयोग करने की अपील की गई है।

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    बिलासपुर में बर्ड फ्लू को लेकर बैठक लेते जिलाधिकारी जोगिंदर सिंह और पुलिस अधीक्षक विद्यासागर मिश्र। जागरण

    संवाद सहयोगी, बिलासपुर। क्षेत्र में तेजी के साथ बढ़ रहे बर्ड फ्लू के मामलों को देखते हुए डीएम ने अफसरों और कर्मचारियों को अलर्ट रहने व दोनों गांवों में संक्रमित क्षेत्र के आसपास कड़ी निगरानी करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बर्ड फ्लू पर नियंत्रण होने तक जिले में चिकन की बिक्री पर रोक लगाने को कहा है।

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    तहसील सभागार में बुधवार को डीएम जोगिंदर सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें डीएम ने कहा कि जब तक स्थिति नियंत्रण में नहीं होती है तब तक जिले में चिकन और अंडे की बिक्री पर पूर्ण रूप से रोक रहेगी। सीमाएं सील कर दी गईं हैं। दूसरे क्षेत्रों से भी जनपद में चिकन या अंडे नहीं आएंगे। क्षेत्र को दो जोन बांटा गया है।

    एक जोन की निगरानी एसडीएम अरुण कुमार व दूसरे जोन की निगरानी तहसीलदार शिवकुमार शर्मा करेंगे। उन्होंने लेखपालों व ग्राम पंचायत अधिकारियों से कहा कि वे प्रतिदिन अपने-अपने क्षेत्रों में भ्रमण करें। स्थिति का जायजा लेते रहें और ग्राम प्रधानों, जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों से समन्वय बनाकर रखें। ताकि हर घटना पर नजर रखी जा सके।

    क्षेत्र में जो भी पोल्ट्री फार्म हैं, अगर वहां भी बर्ड फ्लू की पुष्टि होती है, तो वे तत्काल उपजिलाधिकारी को जानकारी दें। पशु चिकित्सा विभाग की टीमें भी लगातार मानिटरिंग कर रही हैं। अभी स्थिति कंट्रोल में है, किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। सभी लोग सरकार की गाइडलाइन का पालन करें।

    जो लोग फार्मिंग का कार्य कर रहे हैं, वे भी प्रशासन का सहयोग करें। अगर कहीं मुर्गियों या पक्षियों के मरने की दर ज्यादा है तो वे प्रशासन को बताएं। कहीं बर्ड फ्लू की पुष्टि होती है तो उसके एक किलोमीटर वाले क्षेत्र को इफेक्टेड जोन बनाया जाता है। जबकि 10 किलोमीटर तक वाले क्षेत्र को दूसरा जोन कहा जाता है।

    फिर दूसरे जोन में भी सैंपलिंग का कार्य शुरू किया जाता है। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक विद्यासागर मिश्र, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, उपजिलाधिकारी अरुण कुमार, सीओ रविंद्र प्रताप सिंह, डिप्टी सीवीओ डा. अरविंद कुमार आदि अधिकारी मौजूद रहे।

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