इटली के गांव में 30 साल बाद गूंजी किलकारी, पीएम मेलोनी ने किया बड़ा एलान
इटली के पगलियारा देई मारसी गांव में 30 साल बाद एक बच्ची 'लारा' का जन्म हुआ, जिससे पूरे गांव में खुशी का माहौल है। इटली की घटती जन्म दर के बीच यह खबर व ...और पढ़ें

इटली के गांव में 30 साल बाद बच्चे के जन्म पर पीएम जॉर्जिया मेलोनी देंगी बेबी बोनस। फोटो - X
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डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इटली के एक गांव में नन्हीं परी का जन्म हुआ और यह खबर पूरे इंटरनेट पर धड़ल्ले से वायरल होने लगी। पूरा गांव मिलकर बच्ची के जन्म की खुशी मना रहा है। गांव वालों के लिए यह कोई साधारण बात नहीं हैं। उन्हें कई सालों बाद गांव में किसी बच्चे की किलकारियां सुनने को मिल रहीं हैं।
इटली के इस गांव का नाम पगलियारा देई मारसी है। इस गांव में पिछले 30 साल से किसी भी बच्चे का जन्म नहीं हुआ है। ऐसे में 3 दशकों बाद जब गांव में नन्हीं परी की एंट्री हुई, तो पूरा गांव खुशियों से सराबोर हो गया है।

बच्ची का नाम रखा 'लारा'
गांव में जन्मी इस बच्ची का नाम लारा रखा गया है। लारा की मां 42 और पिता 56 साल के हैं। वहीं, इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने भी लारा के जन्म पर लाखों का बेबी बोनस देने की घोषणा की है।
इटली में घट रही जन्म दर
इटली को यूरोप का दरवाजा कहा जाता है। हालांकि, इटली में जन्म दर तेजी से घट रही है। पगलियारा देई मारसी गांव इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। यूरोप में सबसे कम जन्म दर इटली में ही है। पिछले 16 साल से इटली की महिलाएं कम बच्चे पैदा कर रही हैं। 2024 में इटली की जन्म दर घटकर 3,69,944 रह गई थी। वहीं, प्रजनन दर भी 1.18 पर सिमट गई है।
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क्या है वजह?
इटली में बच्चे कम पैदा करने की सबसे बड़ी वजह महिलाओं के काम छोड़ने की मजबूरी। महिला और पुरुष मिलकर घर संभालते हैं, लेकिन अगर महिलाएं गर्भवती होती हैं, तो उन्हें मजबूरन काम छोड़ना पड़ता है, जिससे घर की आर्थिक हालत खराब होने का खतरा रहता है। यही वजह है कि इटली में महिलाएं बच्चे पैदा करने से कतराती नजर आती हैं।
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पीएम मेलोनी देंगी बेबी बोनस
इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने देश की जन्म दर बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं। इसी कड़ी में मेलोनी ने लारा के माता-पिता को 1000 यूरो (लगभग 1 लाख रुपये) का बेबी बोनस देने की घोषणा की है। इसके अलावा मेलोनी ने लारा की परवरिश के लिए हर महीने 370 यूरो (लगभग 37 हजार रुपये) देने का एलान किया है।

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