Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पहलगाम हमले का निकला 'हमास कनेक्शन', इजरायल ने खोले कई राज; POK में लश्कर-ए-तैयबा से हुई थी सीक्रेट मीटिंग

    Updated: Fri, 25 Apr 2025 10:57 AM (IST)

    भारत में इजरायल के राजदूत रुवेन अजार ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर बड़ा खुलासा किया है और इस हमले को इजरायल में 2023 में हुए हमास के हमले से जोड़ा है। इजरायली राजदूत ने कहा आतंकवादी सभी स्तरों पर एक दूसरे का सहयोग कर रहे हैं। मुझे यकीन है खुफिया एजेंसियां उन्हें हराने के लिए मिलकर काम कर रही है।

    Hero Image
    इजरायल के राजदूत ने पहलगाम हमले को लेकर दिया बयान (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत में इजरायल के राजदूत रुवेन अजार ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर बड़ा खुलासा किया है और इस हमले को इजरायल में 2023 में हुए हमास के हमले से जोड़ा है। उन्होंने पहलगाम हमले को बर्बर और क्रूर बताया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अजार ने कहा कि हमास के आतंकियों को पाकिस्तान में आमंत्रित करना बुरा संकेत देता है। उन्होंने कहा कि यह बिल्कुल अस्वीकार्य है और हमें जो भी करना है करना चाहिए। न केवल अपराधियों को पकड़ना चाहिए बल्कि ऐसी घटना दोबारा न हो इसके लिए कदम उठाना चाहिए।

    पहलगाम हमले से काफी पहले राजनयिक ने फलिस्तीन आतंकवादी संगठन हमास के नेताओं की ओर से पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) में जैश-ए-मोहम्मद (JEM) और लश्कर-ए-तैयबा (LET) के आतंकवादियों के साथ बैठक करने की खबर पर चिंता व्यक्ति की।

    'एक दूसरे की नकल में लगे हैं आतंकवादी'

    रुवेन अजार ने कहा, "आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है और न ही इसे उचित ठहराया जा सकता है। यह सच्चाई है कि आतंकवादियों को दूसरे संगठनों से पनाह मिल रही है। इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता है।"

    उन्होंने कहा, "यह सच है कि हमास के आतंकवादियों को पाकिस्तान में आमंत्रित किया गया, ये एक बुरा संकेत है। ये आतंकवादी एक-दूसरे की नकल में लगे हैं और एक-दूसरे को प्रेरित कर रहे हैं और हमें उनसे खुद का बचाव करना होगा।"

    हमास के कश्मीरी आतंकियों से संबंध

    एनडीटीवी से बातचीत के दौरान इजरायली राजदूत ने कहा, "आतंकवादी सभी स्तरों पर एक-दूसरे का सहयोग कर रहे हैं और एक दूसरे की नकल करने में लगे हैं। मुझे यकीन है कि खुफिया एजेंसियां उन्हें हराने के लिए मिलकर काम कर रही है।"

    उन्होंने कहा, "पहलगाम हमले में और 7 अक्टूबर 2023 में इजरायल में जो हुआ, इन दोनों घटनाओं में समानताएं हैं। निर्दोष पर्यटक पहलगाम में अपनी छुट्टियां मना रहे थे, जबकि इजरायल में लोग संगीत समारोह मना रहे थे।"

    रुवेन अजार ने भारत की प्रतिक्रिया की तारीफ की

    इजरायली राजदूत ने पहलगाम हमले के बाद भारत ने जिस प्रकार प्रतिक्रिया दी है उसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की है। उन्होंने कहा, "मैं भारत सरकार द्वारा उठाए गए सख्त कदमों से काफी उत्साहित हूं।"

    रुवेन अजार ने भारत के कूटनीतिक कदमों का जिक्र किया, जिसमें पाकिस्तान के साथ 1960 की सिंधु जल संधि को निलंबित करना और पहलगाम हमले के बाद सीमा पार संबंधों के मद्देनजर अटारी इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट को तत्काल बंद करना शामिल है।

    भारत से दुश्मनी पड़ी महंगी! पाकिस्तान में आसमान छूने वाली है जरूरी सामानों की कीमत; ये है वजह