Move to Jagran APP

Australia: रेडियोएक्टिव कैप्सूल के गायब होने से हड़कंप, मचा सकता है पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया में भारी तबाही

पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया में एक ‘रेडियोएक्टिव कैप्सूल’ गायब हो गया है। इसके गायब होने से पूरे क्षेत्र में सनसनी का माहौल बन गया है। यह जनवरी के मध्य में न्यूमैन शहर और पर्थ शहर के बीच 1400 किमी की दूरी में कहीं खो गया था। (फाइल फोटो)

By Jagran NewsEdited By: Preeti GuptaPublished: Sun, 29 Jan 2023 03:19 PM (IST)Updated: Sun, 29 Jan 2023 03:19 PM (IST)
Australia: रेडियोएक्टिव कैप्सूल के गायब होने से हड़कंप, मचा सकता है पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया में भारी तबाही
पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया में गायब हुआ रेडियोएक्टिव कैप्सूल।

कैनबरा, एजेंसी। पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया में एक ‘रेडियोएक्टिव कैप्सूल’ गायब हो गया है। इसके गायब होने से पूरे क्षेत्र में सनसनी का माहौल बन गया है। रेडियोएक्टिव कैप्सूल के गायब होने से लोग काफी ज्यादा डरे हुए हैं। रेडियोएक्टिव कैप्सूल के परिणाम बेहद ही खतरनाक होते हैं इससे लोगों को कैंसर जैसी बीमारी हो सकती है। इसे छूने भर से ही घातक परिणाम हो सकते हैं। 

loksabha election banner

न्यूमैन से पर्थ लेकर जाते समय ट्रक से गिरा था रेडियोएक्टिव

अधिकारियों ने शनिवार को कहा कि पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के पर्थ शहर में एक खदान से डिपो तक एक ट्रक पर ले जाते समय रेडियोएक्टिव कैप्सूल खो गया था। इस कैप्सूल की खोज के लिए कई टीमों का गठन भी किया है। बताया जा रहा है कि यह रेडियोएक्टिव कैप्सूल काफी छोटा है। इसके बाहरी आवरण पर थोड़ी मात्रा में रेडियोधर्मी सीज़ियम -137 होता है, जिसे छूने पर गंभीर बीमारी हो सकती है। यह जनवरी के मध्य में न्यूमैन शहर और पर्थ शहर के बीच 1,400 किमी की दूरी में कहीं खो गया था।

अधिकारियों ने रेडियोएक्टिव कैप्सूल की तस्वीर की शेयर

अधिकारियों ने रेडियोएक्टिव कैप्सूल की एक तस्वीर भी शेयर की है। तस्वीर में रेडियोएक्टिव कैप्सूल की लंबाई 8 एमएम और चौड़ाई 6 एमएम दिख रही है। इसका साइज ऑस्ट्रेलियाई 10 सेंट के सिक्के से भी छोटा मालूम पड़ रहा है। दरअसल, ये रेडियोएक्टिव कैप्सूल पर्थ से न्यूमैन के बीच 1,400 किलोमीटर के दायरे में कहीं गिर गया है। सूचना मिलते ही सुरक्षा टीम जांच में जुटी है लेकिन अभी तक रेडियोएक्टिव कैप्सूल का पता नहीं चल पाया है।

विकिरण डिटेक्टरों का उपयोग कर की जा रही है तलाशी

अधीक्षक डेरिल रे ने कहा कि वे पर्थ के उत्तर में आबादी वाले क्षेत्रों और महान उत्तरी हाइवे के साथ सामरिक जगहों पर इसकी तलाश कर रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि गामा किरणों का पता लगाने के लिए विकिरण डिटेक्टरों का उपयोग किया जा रहा है।अधिकारी ट्रक के जीपीएस डेटा का उपयोग यह निर्धारित करने के लिए भी कर रहे थे कि चालक ने सही मार्ग क्या लिया और 10 जनवरी को खदान से निकलने के बाद वह कहाँ रुका।

यह भी पढ़े- Pakistan में आटे के बाद पेट्रोल-डीजल के लिए मारामारी, ईंधन के दामों में इजाफे से पंपों पर लगी लंबी कतारें

खोज किए जा रहे क्षेत्रों से मीलों दूर हो सकता है कैप्सूल

ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि रेडियोएक्टिव कैप्सूल पहले से ही किसी अन्य वाहन के टायर में फंस गया हो सकता है। तो वहीं अधिकारी जहां इसकी खोज कर रहे हैं वह उन क्षेत्र से सैकड़ों किमी (मील) दूर हो सकता है। रियो टिंटो ने कहा कि उसने कैप्सूल को पैकेज करने और डिपो तक "सुरक्षित रूप से" पहुंचाने के लिए एक विशेषज्ञ रेडियोधर्मी सामग्री हैंडलर उपलब्ध कराया था। उन्होंने कहा कि लेकिन बुधवार तक यह नहीं बताया गया कि रेडियोएक्टिव कैप्सूल गायब हो गया है।

यह भी पढ़े- America News: मेम्फिस में पुलिस की पिटाई से अश्वेत युवक की मौत, आरोपित अधिकारियों की यूनिट को किया गया भंग


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.