हाथ में हथकड़ी, बिना AC के उड़ा विमान, नागरिकों के अपमान से भड़का ब्राजील; ट्रंप से मांगेगा जवाब
ब्राजील की सरकार अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर भड़क उठी है। उसने अमेरिका पर अपने निर्वासित नागरिकों के अपमान का आरोप लगाया है। इतना ही नहीं ब्राजील अमेरिका से स्पष्टीकरण भी मांगेगा। शुक्रवार को अमेरिका से निर्वासित लोग ब्राजील पहुंचे। मगर इनके हाथों में हथकड़ी बंधी थी। अमेरिका के इसी कृत्य से ब्राजील भड़क उठा है। अमेरिका से ब्राजील पहुंचा यह दूसरा विमान।

रॉयटर्स, साओ पाउलो। ब्राजील की सरकार अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर भड़क उठी है। उसने अमेरिका पर अपने निर्वासित नागरिकों के अपमान का आरोप लगाया है। इतना ही नहीं ब्राजील अमेरिका से स्पष्टीकरण भी मांगेगा। शुक्रवार को अमेरिका से निर्वासित लोग ब्राजील पहुंचे। मगर इनके हाथों में हथकड़ी बंधी थी। अमेरिका के इसी कृत्य से ब्राजील भड़क उठा है।
अमेरिका से जवाब मांगेगा ब्राजील
ब्राजील के विदेश मंत्रालय ने कहा कि वतन वापसी के दौरान अप्रवासियों के साथ किया गया अमेरिका का व्यवहार मानवाधिकारों की घोर अवहेलना है। अमेरिका से जवाब मांगने की योजना बनाई गई है।
88 नागरिकों के साथ पहुंचा विमान
88 ब्राजीलियाई नागरिक, 16 अमेरिकी सुरक्षा एजेंट और चालक दल के आठ सदस्यों के साथ विमान ब्राजील पहुंचा। पहले इसे मिनास गेरैस राज्य के बेलो होरिजोंटे में पहुंचना था। हालांकि ब्राजील के न्याय मंत्रालय ने कहा कि तकनीकी समस्याओं के कारण विमान को अमेजॉनस की राजधानी मनौस में उतारा गया। विमान में सवार कुछ यात्रियों ने अपने साथ हुए दुर्व्यवहार की शिकायत की।
राष्ट्रपति ने वायुसेना के विमानों को किया तैनात
हथकड़ी बांधे ब्राजीलियाई नागरिकों के फोटो और वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। ब्राजील के न्याय मंत्रालय ने तुरंत अमेरिकी अधिकारियों को हथकड़ी हटाने का आदेश दिया। उधर, ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा ने इन नागरिकों को वायुसेना के विमान से घर तक भेजने की व्यवस्था की गई। अप्रवासियों के साथ अमेरिका से पहुंचा यह दूसरा विमान है। हालांकि डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण के बाद यह पहली उड़ान है।
विमान में पानी नहीं मिला, बाथरूम नहीं जाने दिया
विमान में सवार 31 वर्षीय ब्राजीलियाई नागरिक एडगर दा सिल्वा मौरा ने बताया कि सात महीने तक अमेरिका में हिरासत में रहा। उन्होंने विमान के अंदर के हालात को बयां किया। मौरा ने कहा कि विमान के अंदर पानी नहीं मिला। हमारे हाथों और पैरों को बांध दिया गया था। यहां तक कि बाथरूम तक नहीं जाने दिया गया। विमान के अंदर बहुत गर्मी थी और कुछ लोग बेहोश भी हो गए थे।
बिना एयर कंडीशनिंग के उड़ा विमान
21 साल की लुइस एंटोनियो रोड्रिग्स सैंटोस ने बताया कि तकनीकी समस्या की वजह से विमान चार घंटे तक बिना एयर कंडीशनिंग उड़ा। उन्होंने कहा कि विमान में अप्रवासियों के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किया जाता है। ब्राजील के मानवाधिकार मंत्री मैके इवारिस्तो के मुताबिक ऑटिज्म से पीड़ित बच्चे भी शामिल थे।
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