Bangladesh Elections: सीट-बंटवारे को लेकर जमात के साथ 'समझौते' की तैयारी कर रही एनसीपी
बांग्लादेश में अगले साल होने वाले आम चुनावों से पहले नेशनल सिटीजन पार्टी (एनसीपी) जमीनी समर्थन जुटाने में संघर्ष कर रही है। 2024 के छात्र विरोध प्रदर् ...और पढ़ें

एनसीपी मार रही हाथ-पैर।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बांग्लादेश में अगले साल फरवरी में आम चुनाव होने वाले हैं। पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग सरकार के खिलाफ 2024 के छात्र-नेतृत्व वाले विरोध प्रदर्शनों से उभरी नेशनल सिटीजन पार्टी (एनसीपी) चुनावों से पहले एक मजबूत राजनीतिक आधार स्थापित करने के लिए कथित तौर पर संघर्ष कर रही है।
स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, एनसीपी अब सीट-बंटवारे को लेकर जमात-ए-इस्लामी के साथ एक संभावित समझौते की ओर तेजी से आगे बढ़ रही है। जिन छात्रों ने मुहम्मद यूनुस को अंतरिम प्रशासन के प्रमुख के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, उन्हीं छात्रों द्वारा गठित इस पार्टी के बारे में व्यापक रूप से माना जाता है कि इसे यूनुस का संरक्षण प्राप्त है।
एनसीपी को तीसरी शक्ति के रूप में देखा गया
प्रारंभ में एनसीपी को बांग्लादेश के पारंपरिक सत्ता केंद्रों - बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) और जमात-ए-इस्लामी - से इतर एक तीसरी राजनीतिक शक्ति के रूप में उभरने के महत्वाकांक्षी प्रयास के रूप में देखा गया था। गौरतलब है कि वर्षों तक देश की राजनीति में प्रभुत्व रखने वाली अवामी लीग को अंतरिम सरकार द्वारा प्रतिबंधित कर दिया गया है।
नहीं मिल पाया जमीनी समर्थन
बहरहाल, इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर अच्छी-खासी मौजूदगी के बावजूद एनसीपी कथित तौर पर डिजिटल लोकप्रियता को जमीनी समर्थन में तब्दील करने में नाकाम रही है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, 'नतीजतन, पार्टी अब बीएनपी या जमात-ए-इस्लामी में से किसी एक के साथ गठबंधन करने की कोशिश कर रही है।'

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