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बुर्कीना फासो का रहा है तख्‍ता पलट का लंबा इतिहास, एक बार फिर 9 माह पुरानी सरकार बनी शिकार

बुर्कीना फासो में फिर एक बार तख्‍ता पलट की घटना सामने आई है। देश की आजादी के बाद से ही यहां पर कई बार इस तरह की घटना सामने आई है जब सरकार का तख्‍ता पलट किया गया है।

By Kamal VermaEdited By: Published: Sun, 02 Oct 2022 05:40 PM (IST)Updated: Sun, 02 Oct 2022 05:40 PM (IST)
बुर्कीना फासो का रहा है तख्‍ता पलट का लंबा इतिहास, एक बार फिर 9 माह पुरानी सरकार बनी शिकार
बुर्कीनो फासो में फिर सरकार का हुआ तख्‍ता पलट

नई दिल्‍ली (आनलाइन डेस्‍क)। अफ्रीका महाद्वीप का एक देश बुर्कीना फासो, जिसका राजनीतिक इतिहास हमेशा से ही उथल-पुथल भरा रहा है, ने एक बार फिर से सरकार का तख्‍ता पलट होते हुए देखा है। ताजा मामले में सेना ने यहां पर 9 माह पुरानी सरकार को बेदखल कर दिया है। ये बात इसलिए बेहद खास है क्‍योंकि जिस सरकार तख्‍ता पलट किया गया है उसने भी इसी तर्ज पर सत्‍ता हथियाई थी। सरकार के तख्‍ता पलट की घोषणा केप्टन इब्राहीम त्रेओरे ने नेशनल राष्ट्रीय टेलीविजन पर की है। अपनी घोषणा में उन्‍होंने कहा है कि लेफ्टिनेंट कर्नल पाल हैनरी सैंडा ओगे डैमीबा को अब उनके सर्वोच्‍च पद से हटा दिया गया है। डैमीबा ने इस बारे में कभी सोचा भी नहीं होगा कि कोई सेना का अधिकारी ही उनकी सरकार का तख्‍ता पलट कर देगा।

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कब कब हुए यहां पर तख्‍ता पलट

डैमीबा ने जनवरी 2022 में देश के लोकतांत्रिक रूप से चुने हुए राष्ट्रपति को पद से हटाकर सत्‍ता अपने हाथों में ले ली थी। गौरतलब है कि इस देश में अशांति, असुरक्षा का लंबा इतिहास रहा है। संयुक्त राष्ट्र के मानवीय सहायता मामलों के कार्यालय OHCHA का कहना है कि बुर्कीना फासो में जून 2022 तक 15 लाख लोग विस्थापित हुए हैं। इनमें आधी संख्‍या बच्‍चों की है। इस देश ने कई बार तख्‍ता पलट होते देखा है। आपको बता दें कि बुकीनो फासो को 1960 में आजादी मिली थी। इसके बाद कभी सूखा तो कभी कुछ समस्‍या आने से यहां के हालाता खराब ही रहे हैं। आजादी के बाद से अब 1966, 1980, 1982, 1983, 1987, 1989, 2015 और फिर 2022 में यहां पर तख्‍ता पलट की कोशिशें की गई हैं। ये देश आईएस और अलकायदा के आतंक का भी गवाह रहा है।

सरकारी टीवी चैनल पर घोषणा

सरकारी टीवी पर तख्‍ता पलट की घोषणा में ये भी बताया गया है कि डैमीबा को सत्ता से इस लिए हटाया गया है क्‍योंकि वो देश में आतंकवाद को रोकने में नाकाम साबित हुए हैं। इसमें ये भी कहा गया है कि उनकी सरकार के रहते हुए देश में आतंकवाद की जड़ें अधिक तेजी से देश में फैली हैं, जिसकी वजह से देश के करीब 20 लाख लोगों को अपना घर छोड़ने के लिये विवश होना पड़ा है। बुर्कीना फासो में बदले राजनीतिक समीकरण पर यूएन चीफ एंटोनिया गुटरेस ने अपनी प्रतिक्रिया भी दी है। उन्‍होंने इस तरह से सरकार का तख्‍ता पलट करने को गलत करार दिया है। उन्‍होंने एक बयान में कहा कि यूएन हथियारों के बल पर किसी भी तरह के सत्‍ता स्‍थानांतरण की निंदा करता है।

यूएन ने जताई चिंता

अपने संदेश में उन्‍होंने कहा कि विवादों को बातचीत के जरिए हल करने की कवायद करनी चाहिए। उन्‍होंने देश में तत्‍काल प्रभाव से यथास्थिति कायम करने की अपील की है। अपने संदेश में गुटरेस ने ये भी कहा कि आतंवादी समूहों और आपराधिक नेटवर्क को खत्‍म करने और देश को स्थिरता प्रदान करने की बेहद सख्‍त जरूरत है। नेशनल टीवी चैनल पर तख्‍ता पलट की घोषणा के बाद देश की राजधानी ओवागैडाऊगाऊ में शनिवार को गोलीबारी की भी पुष्टि की गई है। कई जगहों पर असामान्य सैन्य गतिविधि देखी गई है और कई सड़कों को बंद कर दिया गया है। यूएन का कहना है कि देश की करीब 20 फीसद आबादी को तत्‍काल सहायता की जरूरत है।

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