अफगानिस्तान में बढ़ रहा बोटोक्स अंडर बुर्का का ट्रेंड, तालिबान के खौफ के बीच लिप फिलर की भी डिमांड
अफगानिस्तान में तालिबान की पाबंदियों के बीच भी बोटोक्स अंडर बुर्का का ट्रेंड बढ़ रहा है। काबुल में कॉस्मेटिक सर्जरी क्लीनिक फल-फूल रहे हैं जहाँ महिलाएं बोटोक्स और लिप फिलर करा रही हैं वहीं पुरुष हेयर ट्रांसप्लांट करवा रहे हैं। हेयर ट्रांसप्लांट के लिए लोग कर्ज भी ले रहे हैं। तालिबान ने ब्यूटी पार्लर बंद कर दिए हैं पर कॉस्मेटिक सर्जरी को मेडिकल ट्रीटमेंट मानकर छूट दी है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अफगानिस्तान में तालिबानी शासन ने कई प्रकार की सख्त पाबंदियां लगा रखी हैं। इस पाबंदियों और गरीबी के बावजूद भी अफगानिस्तान में बोटोक्स अंडर बुर्का का ट्रेंड इस समय लगाता बढ़ रहा है।
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में कॉस्मेटिक्स सर्जरी क्लीनिक अब तेजी से फलःफूल रही है। यहां पर महिलाओं में बोटॉक्स, लिप फिलर और हेयर ट्रांसप्लांट कराने की होड़ मची है।
काबुल में चल रहे 20 से ज्यादा कॉस्मेटिक्स क्लिनिक
सामने आई जानकारी पर नजर डालें, तो केवल राजधानी काबुल में 20 से अधिक कॉस्मेटिक्स क्लिनिक हैं। ये विदेशी चिकित्सकों की मदद से अफगान डॉक्टरों को ट्रेनिंग देने का भी काम कर रहे हैं। सबसे खास बात है कि इन क्लिनिक में बुर्का पहने महिलाएं बोटोक्स के लिए आ रही हैं। सबसे हैरान करने वाली बात है कि पुरुष भी हेयर ट्रांसप्लांट के लिए यहां पर पहुंच रहे हैं।
तालिबान सरकार ने महिलाओं के लिए किसी भी विश्वविद्यालय, पार्क और जिम जाने पर रोक लगा दी है। वे बिना किसी पुरुष की अभिभावक के किसी भी लंबी यात्रा पर नहीं जा सकती हैं। इतना ही नहीं वह ऊंची आवाज में अपने घर में भी बात नहीं कर सकती हैं।
कर्ज लेकर करा रहे हेयर ट्रासप्लांट
चूंकि तालिबान सरकार ने पुरुषों के लिए मुट्ठी भर लंबी दाढ़ी रखना अनिवार्य कर दिया है। इसके चलते हेयर ट्रांसप्लाट का चलन काफी बढ़ गया है। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि काबुल के किसी भी एक क्लिनिक में बोटॉक्स की कीमत 3,601 रुपये से 7000 रुपये के बीच में है। वहीं, हेयर ट्रासप्लांट की कीमत 21000 रुपये से 42000 रुपये के बीच है। कई लोग से ये सुविधाएं लेने के लिए कर्ज भी ले रहे हैं।
तालिबान में ब्यूटी पार्लर को बंद किया गया
अफगानिस्ता में तालिबान शासन के बाद महिलाओं के लिए ब्यूटी पार्लर और हेयर सैलून बंद कर दिए गए हैं। हालांकि, कॉस्मेटिक सर्जरी पर किसी प्रकार की रोक नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसको एक मडिकल ट्रीटमेंट माना जाता है। इसलिए सरकार इसमें दखल नहीं देती।
इस दौरान इस बात पर ध्यान दिया जाता है कि पुरुष का उपचार पुरुष ही करे और महिला का उपचार महिला ही करे। कुछ क्लीनिक स्टाफ ने दावा किया कि तालिबान के सदस्य भी उनके क्लाइंट हैं।
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