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Myanmar में फंसे 45 भारतीयों को किया गया रेस्क्यू, अच्छी नौकरी के झांसे में थे फंसे

म्यांमार में फर्जी नौकरी रैकेट में फंसे करीब 45 भारतीयों को बचाया गया है। इसकी जानकारी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीटर पर दी।सभी 45 भारतीय आइटी पेशे से हैं और इनसे साइबर क्राइम कराया जाता था। सभी लोगों को सोशल मीडिया के जरिए फंसाया गया।

By AgencyEdited By: Nidhi AvinashPublished: Wed, 05 Oct 2022 03:38 PM (IST)Updated: Wed, 05 Oct 2022 03:47 PM (IST)
Myanmar में फंसे 45 भारतीयों को किया गया रेस्क्यू, अच्छी नौकरी के झांसे में थे फंसे
Myanmar में फंसे 45 भारतीयों को किया गया रेस्क्यू

नई दिल्ली। एनएआइ। म्यांमार में फर्जी नौकरी रैकेट में फंसे करीब 45 भारतीयों को बचाया गया है। इसकी जानकारी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्विटर पर दी। अरिंदम ने ट्वीट कर म्यांमार में स्थित भारतीय दूतावास और थाइलैंड के भारतीय दूतावास को धन्यवाद किया है। उन्होंने कहा कि 32 भारतीयों को बचाने के बाद आज 13 अन्य भारतीय नागरिकों को फंसने से बचा लिया गया है। सभी भारतीय नागरिक तमिलनाडु सुरक्षित पहुंच गए हैं।

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अंरिदम ने यह भी कहा कि कुछ और भारतीय नागरिकों को उनके फर्जी नियोक्ताओं से मुक्त कराया गया है और फिलहाल वे म्यांमार के अधिकारियों की हिरासत में हैं और इनकी वापसी के लिए कानूनी औपचारिकताएं शुरू कर दी गई हैं।" प्रवक्ता ने कहा कि इस नौकरी रैकेट में शामिल एजेंटों की जानकारी भारत के अलग-अलग राज्यों के आधिकारियों को सौंप दी गई है ताकि समय पर उचित कारवाई की जाए।

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फंसे भारतीयों से कराया जाता था साइबर क्राइम

सभी 45 भारतीय आइटी पेशे से हैं और उनसे साइबर क्राइम कराया जाता था। सभी लोगों को सोशल मीडिया के जरिए फंसाया गया। भारतीय विदेश मंत्रालय की मदद से 45 भारतीयों को छुड़ाया जा चुका है।

विदेश मंत्रालय ने 23 सितंबर को बताया था कि म्यांमार में नौकरी के बहाने लोगों को फंसाने वाली चार कंपनियों की पहचान की गई है। विदेश मंत्रालय ने इससे पहले 32 आईटी कर्मचारियों को छुड़ाया था और अब 13 अन्य भारतीयों को सुरक्षित स्वदेश पहुंचाया गया। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, म्यांमार में फंसे लोगों की संख्या 100 से 150 हो सकती है।

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लाओस और कंबोडिया में चल रहे हैं जॉब रैकेट

लाओस और कंबोडिया में भी इसी तरह के जॉब रैकेट के मामले सामने आए हैं। वियनतियाने, नोम पेन्ह और बैंकॉक में स्थित भारतीय दूतावास वहां से लोगों को वापस लाने में मदद कर रहे हैं।

कंबोडिया में भारत ने ट्वीट किया, "कंबोडिया में फंसे भारतीय नागरिकों को बचाने में सहयोग करने के लिए सभी एजेंसियों का दिल से आभार।" अरिंदम ने लोगों से कहा कि विदेशों में मिल रहे नौकरियों के ऑफर को स्वीकार करने से पहले सावधानी पूर्वक उनकी जांच कर लें। इसके अलावा अंरिदम ने ऐसी नौकरियों के खिलाफ सावधानी बरतने की चेतावनी दी है।

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