इंस्ताबुल धमाके से भड़का तुर्किये, हवाई हमलों में सीरिया और इराक में 89 कुर्द आतंकी ठिकानों को किया नष्ट
हवाई हमले 13 नवंबर को इस्तांबुल के मध्य में एक चहल-पहल भरे रास्ते में हुए बम विस्फोट के बाद हुए जिसमें छह लोगों की मौत हो गई और 80 से अधिक अन्य घायल हो गए। तुर्किये के अधिकारियों ने पीकेके और उसके सीरियाई सहयोगी वाईपीजी पर हमले का आरोप लगाया।
इंस्ताबुल, रायटर/ एपी। पिछले दिनों इंस्ताबुल में हुए बम धमाके से तुर्किये भड़क गया है। इसके लिए कुर्द समूहों को जिम्मेदार ठहराया गया है। तुर्की के रक्षा मंत्रालय ने रविवार को कहा कि उत्तरी इराक और उत्तरी सीरिया में कुर्द आतंकी ठिकानों पर हवाई हमलों में सेल्टरहोम और गोला-बारूद डिपो सहित 89 ठिकाने नष्ट हो गए। हमलों में इराक में कांदिल, असोस और हाकुर्क और उत्तरी सीरिया में कोबानी, ताल रिफत, सीजायर और डेरिक को निशाना बनाया गया। इसमें कहा गया है कि आतंकी संगठन के तथाकथित डायरेक्टर को बेअसर कर दिया गया है।
पीकेके और वाईपीजी के ठिकानों पर हवाई हमला
तुर्किये के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि युद्धक विमानों ने प्रतिबंधित कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी (पीकेके) और सीरियन पीपल्स प्रोटेक्शन यूनिट्स (वाईपीजी) के ठिकानों पर हमला किया, जिसके साथ एफ-16 जेट के उड़ान भरने की तस्वीरें और हवाई ड्रोन के हमले के फुटेज थे। किसी भी समूह की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं मिली है।
तुर्किये ने दिया आत्मरक्षा के अधिकार का हवाला
रक्षा मंत्रालय ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 51 के तहत तुर्की के आत्मरक्षा के अधिकार का हवाला देते हुए शनिवार देर रात क्ला स्वार्ड नामक एक आपरेशन शुरू किया। इसने कहा कि इसने कहा कि यह हमारे देश पर उनके हमलों में आतंकवादियों द्वारा आधार के रूप में उपयोग किए जाने वाले क्षेत्रों को निशाना बना रहा था। तुर्किये ने कहा कि वह हमलों को रोकने, अपनी दक्षिणी सीमा को सुरक्षित करने और इसके स्रोत पर आतंकवाद को नष्ट करने की मांग कर रहा है।
यह हवाई हमले 13 नवंबर को इस्तांबुल के मध्य में एक चहल-पहल भरे रास्ते में हुए बम विस्फोट के बाद हुए, जिसमें छह लोगों की मौत हो गई और 80 से अधिक अन्य घायल हो गए। तुर्किये के अधिकारियों ने पीकेके और उसके सीरियाई सहयोगी वाईपीजी पर हमले का आरोप लगाया। कुर्द उग्रवादी समूहों ने हालांकि इसमें शामिल होने से इनकार किया है।
पीकेके और वाईपीजी को लेकर अलग-अलग स्थिति
तुर्किये और अमेरिका दोनों पीकेके को एक आतंकी समूह मानते हैं, लेकिन वाईपीजी की स्थिति को लेकर असहमत हैं। सीरिया में सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेस के बैनर तले वाईपीजी (YPG) को इस्लामिक स्टेट समूह के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका के साथ गठबंधन किया है। पीकेके ने 1984 से तुर्किये में सशस्त्र विद्रोह का मुकाबला किया है, जिसमें तब से अब तक इस संघर्ष में हजारों लोग मारे जा चुके हैं।
रक्षा मंत्री ने हमलों के लिए पायलटों और ग्राउंड स्टाफ को बधाई दी
हमलों के बाद तुर्किये के रक्षा मंत्रालय ने एक F-16 लड़ाकू विमान की एक तस्वीर पोस्ट की। इसमें लिखा था कि सूद समेत वापस करने का समय! बदमाशों को उनके विश्वासघाती हमलों के लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। डीएसए समाचार एजेंसी ने बताया कि F-16 लड़ाकू विमान ने दक्षिणी तुर्की में मालट्या और दियारबाकिर में हवाई क्षेत्रों से उड़ान भरी, जबकि बैटमैन से ड्रोन लांच किए गए।
रक्षा मंत्री हुलुसी अकार ने एक संचालन केंद्र से हवाई हमलों का निरीक्षण किया और पायलटों और ग्राउंड स्टाफ को बधाई दी। मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, "हमारा उद्देश्य हमारे 8 करोड़ 50 लाख नागरिकों और हमारी सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना और हमारे देश पर किसी भी विश्वासघाती हमले का जवाब देना है।
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F-16 लड़ाकू विमान से आतंकी संगठन के मुख्यालयों पर सीधा हमला
अकर ने कहा कि आतंकवादियों के शेल्टरों, बंकरों, गुफाओं, सुरंगों और गोदामों को बड़ी सफलता के साथ नष्ट कर दिया गया। आतंकी संगठन के तथाकथित मुख्यालयों पर भी सीधे हमले किए गए और उन्हें नष्ट कर दिया गया। अन्य तुर्किये अफसरों ने भी हमलों का जवाब दिया। राष्ट्रपति के प्रवक्ता इब्राहिम कालिन ने 'इस्तिकलाल के लिए वापस करने का समय' की टिप्पणी के साथ तुर्किये के ध्वज की एक तस्वीर ट्वीट किया है। इसमें उस गली का संदर्भ दिया गया है, जहां पिछले सप्ताह बमबारी हुई थी। विदेश मंत्री मेव्लुट कावुसोग्लू ने राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन की पूर्व की धमकियों का जिक्र करते हुए लिखा कि अचानक एक रात ...तुर्किये औचक हमले शुरू कर सकता है।
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सीरियाई शहर में भी किया गया हमला
हवाई हमलों में तुर्की सीमा के पास एक रणनीतिक कुर्द-बहुसंख्यक सीरियाई शहर कोबानी को निशाना बनाया गया, जिसे अंकारा ने पहले उत्तरी सीरिया के साथ एक 'सुरक्षित क्षेत्र' के रूप में स्थापित करने की अपनी योजना में आगे निकलने का प्रयास किया था।