हमास ने 3 बंधकों को किया रिहा, बदले में इजरायल को 90 कैदियों को छोड़ना पड़ा: जानिए क्या है डील की गणित
इजरायल और हमास के बीच युद्ध विराम समझौता परवान चढ़ने लगा है। हमास ने तीन बंधकों को रिहा किया तो बदले में इजरायल ने भी 90 फलस्तीनियों को अपनी जेल से आजाद कर दिया है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि गाजा में बंदूकें थम गई हैं। वहीं डोनाल्ड ट्रंप ने भी समझौते का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि यह समझौता उनकी जीत का परिणाम है।
रामल्ला, वेस्ट बैंक। गाजा में इजरायल और हमास के बीच संघर्ष विराम हो चुका है। हमास ने सबसे पहले इजरायल की तीन महिला बंधकों को वापस किया। इसके सात घंटे बाद इजरायल ने सोमवार को 90 फलस्तीनी कैदियों को रिहा कर दिया है।
इजरायल की ओफर जेल से सभी को छोड़ा गया है। बस में सवार कैदियों में महिलाएं और नाबालिग बच्चे शामिल थे। सुरक्षा कारणों से इजरायल ने इन्हें गिरफ्तार किया था। इन कैदियों पर पत्थरबाजी और हत्या की कोशिश के आरोप हैं।
471 दिन बाद हुई रिहाई
हमास ने इजरायल की तीन महिला बंधकों को 471 दिन बाद रिहा किया है। पहले चरण में 33 बंधकों को रिहा किया जाएगा। इजरायल पहुंच कर तीनों ने अपनी-अपनी मां से मुलाकात की। समझौता लागू होने में करीब तीन घंटे की देरी इसलिए हुई क्योंकि हमास ने उन तीन महिलाओं के नामों की सूची देने में विलंब किया जिन्हें रविवार को रिहा किया गया है।
पूरा देश आपको गले लगाता है: नेतन्याहू
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि पूरा देश आपको गले लगाता है। इस बीच गाजा शहर की सड़कों पर पहले से ही लोग फलस्तीनी झंडे लहरा रहे थे। उन्हें पूरी तरह लड़ाई थमने की उम्मीद बंधी है। हमास ने कहा कि बंधकों के बदले रिहा होने वाले फलस्तीनियों के पहले समूह में 69 महिलाएं और 21 किशोर शामिल हैं। रविवार को समझौता लागू होने तक उत्तरी गाजा में जारी रही लड़ाई में इजरायली गोलाबारी और बमबारी में 13 फलस्तीनी मारे गए।
प्रत्येक बंधक के बदले 30 फलस्तीनी कैदी होंगे रिहा
समझौते के मुताबिक हर बंधक के बदले में इजरायल 30 फलस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा। हमास छह हफ्तों में कुल 33 बंधक रिहा करेगा। इनमें महिलाएं, बच्चे, 50 वर्ष से ज्यादा के पुरुष, बीमार और घायल होंगे। यह अदलाबदली रेडकॉरास के जरिये होगी।
अनुमान है कि हमास और इस्लामिक जिहाद के पास 98 इजरायली व विदेशी बंधक हैं लेकिन इनमें जीवित करीब आधे ही हैं। कुछ बंधकों के शव हमास के पास होने की जानकारी है जिन्हें वह इजरायल को सौंपेगा।
राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतमार बेन-ग्विर ने दिया इस्तीफा
संघर्ष विराम समझौते पर मतभेदों को लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतमार बेन-ग्विर और उनकी नेशनलिस्ट रिलीजियस पार्टी के दो अन्य मंत्रियों ने सौ मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया। हालांकि उनकी पार्टी ने कहा कि वह नेतन्याहू की सरकार को गिराने की कोशिश नहीं करेगी। संघर्ष विराम समझौते के विरोधी वित्त मंत्री बेजेलेल स्मोट्रिच, अभी सरकार में हैं, लेकिन अगर हमास को पूरी तरह से सफाया के बिना युद्ध समाप्त हो जाता है तो वह पद छोड़ देंगे।
इजरायल का समर्थन करेगा अमेरिका
डोनाल्ड ट्रंप के मनोनीत राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, माइक वाल्ट्ज ने कहा कि अगर हमास समझौते से पीछे हटता है तो इजरायल को जो उचित लगेगा वह कदम उठाएगा। अमेरिका इजरायल का पूरा समर्थन करेगा। हमास कभी गाजा पर शासन नहीं कर सकेगा। यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है।
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