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    'पहले हमले रोको फिर होगी बात', ईरान ने अमेरिका के सामने रखी नई शर्त; इजरायल के अटैक में तीन सैन्य कमांडरों की मौत

    इजरायल और ईरान के बीच संघर्ष लगातार जारी है। दोनों देश एक दूसरे पर बम बरसा रहे हैं। इस बीच खबर है कि इजरायल के हमलों में ईरान के तीन सैन्य कमांडर मारे गए हैं। वहीं, ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अरागची की प्रमुख यूरोपीय देशों के समकक्षों के साथ हुई वार्ता बेनतीजा रही है। 

    By Jagran News NetworkEdited By: Abhinav Tripathi Updated: Sat, 21 Jun 2025 10:41 PM (IST)
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    ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई। (फाइल फोटो)

    रॉयटर्स, तेल अवीव। युद्ध के नौवें दिन शनिवार को इजरायल ने ईरान के तीन और सैन्य कमांडरों को हवाई हमलों का निशाना बनाया। इसके अतिरिक्त इजरायल ने ईरानी परमाणु प्रतिष्ठानों पर हमले किए। इस बीच ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अरागची की प्रमुख यूरोपीय देशों के समकक्षों के साथ हुई वार्ता बेनतीजा रही है।

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    अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि ईरान-इजरायल संघर्ष में यूरोपीय देश कुछ नहीं कर सकते। अमेरिका परमाणु मसले पर ईरान से वार्ता के लिए तैयार है लेकिन ईरान ने इसके लिए पहले इजरायली हमले रोके जाने की शर्त रखी है।

    छह ईरानी सैन्य कमांडरों की मौत

    इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने बताया है कि जिन ईरानी सैन्य कमांडरों को मारा गया है उनमें से एक कुद्स फोर्स के जनरल सईद इजादी थे और दूसरे रिवोल्यूशनरी गार्ड का‌र्प्स (आइआरजीसी) के ओवरसीज ब्रांच के प्रमुख बेनहम शरियारी थे। हमास, हिजबुल्ला, हाउती समेत विश्व के सभी ईरान समर्थित संगठनों को सैन्य मदद देने का कार्य शरियारी के जरिये होता था। इसी प्रकार से कुद्स फोर्स ईरान के हित वाले विशेष कार्यों पर कार्य करती है।

    काट्ज ने कहा कि दोनों कमांडरों को मारना इजरायली खुफिया संगठन और वायुसेना की बड़ी सफलता है। इजादी को अमेरिका और ब्रिटेन ने प्रतिबंधित कर रखा था। इजरायली सेना ने बताया है कि उसने आइआरजीसी की ड्रोन ब्रिगेड के प्रमुख अमीनपुर जुडाकी को भी हवाई हमले में मारा गया है। रिवोल्यूशनरी गार्ड ने स्वीकार किया है कि खुर्रमाबाद में हुए इजरायली हमले में उसके पांच सदस्य मारे गए हैं।

    इजरायली हमले में 430 ईरानी मारे गए 

    ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई के निकट सहयोगी अली शामखानी भी इजरायली हमले में घायल हुए हैं। ईरान ने सरकारी मीडिया ने कहा है कि 13 जून से जारी इजरायली हमलों में अभी तक कुल 430 ईरानी मारे गए और 3,500 घायल हुए हैं। मानवाधिकारों के लिए कार्य करने वाली अमेरिकी संस्था का दावा है कि ईरान में मृतकों की वास्तविक संख्या इससे ज्यादा है। इस बीच ईरान के इस्फहान परमाणु संयंत्र पर इजरायल ने फिर से हमला किया लेकिन वहां से विकिरण फैलने की सूचना नहीं है।

    ईरान के स्वास्थ्य मंत्री मुहम्मद रेजा जफरकंदी ने कहा है कि नौ दिन के हमलों में इजरायल ने ईरान के तीन अस्पतालों और छह एंबुलेंस को निशाना बनाया। इन हमलों में दो स्वास्थ्यकर्मी और एक बच्चा मारा गया। इजरायली हमलों के जवाब में शनिवार को ईरान ने भी हमले किए।

    ताजा हमले में ईरान ने मुख्य रूप से इजरायल के बंदरगाह शहर हाइफा को निशाना बनाया है। तेल अवीव और इजरायल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक के इलाके पर मिसाइल और ड्रोन छोड़े। लेकिन एयर डिफेंस सिस्टम के सक्रिय होने की वजह से जान-माल के ज्यादा नुकसान की सूचना नहीं है।

    इजरायल से हमले रोकने को नहीं कहेंगे: ट्रंप

    शुक्रवार को जिनेवा में प्रमुख यूरोपीय देशों के विदेश मंत्रियों से वार्ता करने के बाद इस्लामिक सहयोग संगठन की बैठक में हिस्सा लेने इस्तांबुल पहुंचे ईरानी विदेश मंत्री अरागची ने साफ कहा कि इजरायली हमलों के बीच परमाणु मसले पर अमेरिका से बात नहीं की जाएगी।

    अगर वार्ता करनी है तो इजरायली हमलों को रोकना होगा। लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि इजरायल युद्ध जीत रहा है, ऐसे में उसे नहीं रोका जा सकता है। वह इजरायल से हमले रोकने के लिए नहीं कहेंगे। वह दो सप्ताह बाद निर्णय लेंगे कि ईरान में अमेरिका को क्या करना है। ट्रंप ने कहा कि ईरान परमाणु बम बनाने के बहुत करीब पहुंच चुका है। वह कुछ हफ्ते या महीनों में बम को तैयार कर सकता है।

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