इजरायली हवाई हमलों में तीन पत्रकार समेत 9 फलस्तीनी मारे गए, सीजफायर की मियाद बढ़ाने की वार्ता बेनतीजा
इजरायल ने गाजा के बीत लाहिया में हवाई हमला कर तीन पत्रकारों समेत नौ फलस्तीनियों को मार डाला। हमले के दौरान इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम वार्ता चल रही थी जो बेनतीजा रही। हमास ने अमेरिकी नागरिकता वाले बंधक को छोड़ने की पेशकश की लेकिन इजरायली हमले जारी हैं। 19 जनवरी से युद्धविराम लागू होने के बावजूद 150 फलस्तीनियों की मौत हो चुकी है।

रॉयटर्स, यरुशलम। गाजा में शनिवार को इजरायल के हवाई हमले में तीन पत्रकारों समेत नौ फलस्तीनी मारे गए और कई घायल हुए हैं। यह हमला उत्तरी गाजा के बीत लाहिया शहर में ऐसे समय हुआ है जब इजरायल और हमास के बीच दूसरे चरण के युद्धविराम के लिए वार्ता चल रही थी, जो आखिरकार बेनतीजा रही।
हमास ने प्रस्ताव रखा था कि अगर युद्धविराम के लिए वार्ता आगे बढ़ती है तो वह इजरायली-अमेरिकी नागरिकता वाले बंधक एडेन एलेक्जेंडर और चार बंधकों के शव इजरायल को सौंप सकता है।
सीजफायर हुआ था लागू
गाजा में 19 जनवरी से छह हफ्ते के लिए युद्धविराम का प्रथम चरण लागू हुआ था। दो मार्च को प्रथम चरण खत्म होने से पहले युद्धविराम के दूसरे चरण के लिए दोनों पक्षों में वार्ता शुरू हो गई लेकिन इजरायली सेना रह-रहकर हमले करती रहती है। ताजा हमले के लिए भी उसने कोई कारण नहीं बताया है। हमास ने इसे युद्धविराम की शर्तों का उल्लंघन बताया है। कहा है कि 19 जनवरी से अभी तक इजरायली हमलों में 150 फलस्तीनी मारे जा चुके हैं।
हमास ने इसे लेकर मध्यस्थों से विरोध जताया है और उनसे अनुरोध किया है कि वे इजरायल की हरकतों को रोकें। विदित हो कि इजरायल और हमास के मामलों में अमेरिका, मिस्त्र और कतर मध्यस्थ की भूमिका निभा रहे हैं।
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