Iran: ईरान ने यूक्रेन में शहीद ड्रोन के इस्तेमाल के आरोपों का किया खंडन, अपनी सुरक्षा के लिए दी चेतावनी
ईरान ने यूक्रेन में रूसी हमले में ईरानी ड्रोन के इस्तेमाल के आरोपों का खंडन किया है। ईरान ने शनिवार को फ्रांस जर्मनी और ब्रिटेन द्वारा रूस-यूक्रेन युद्ध में ईरानी ड्रोन हमले की संयुक्त राष्ट्र से जांच कराने की मांग की निंदा की है। (फाइल फोटो)

तेहरान, रायटर्स। ईरान ने यूक्रेन में रूसी हमले में ईरानी ड्रोन के इस्तेमाल के आरोपों का खंडन किया है। ईरान ने शनिवार को फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन द्वारा रूस-यूक्रेन युद्ध में ईरानी ड्रोन हमले की संयुक्त राष्ट्र से जांच कराने की मांग की निंदा की है। मालूम हो कि ईरान पर आरोप लगा है कि रूस ने यूक्रेन पर हमला करने के लिए ईरानी ड्रोन शाहिद-136 का इस्तेमाल किया है। साथ ही ईरान ने कहा है कि वह अपने नागरिकों की रक्षा करने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। ईरान के विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी दी।
ईरान ने मांग को बताया झूठा और निराधार
ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनानी ने कहा कि तथाकथित E-3 समूह के देशों द्वारा शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र से किया गया आह्वान झूठा और निराधार है और हम इस मांग को मजबूती से खारिज करते हुए इसकी निंदा करते हैं। बता दें कि यूक्रेन का कहना है कि रूस ने ईरान निर्मित शहीद-136 हमले वाले ड्रोन का इस्तेमाल किया है, जो अपने लक्ष्य की ओर सटीकता से निशाना लगाते हैं और जोरदार विस्फोट करते हैं। हालांकि इन आरोपों के बाद ईरान ने रूस को ड्रोन की आपूर्ति करने की बात से इनकार किया है। साथ ही रूस ने भी यूक्रेन पर हमला करने के लिए ईरानी ड्रोन का इस्तेमाल करने से इनकार किया है।
ईरान ने अपनी सुरक्षा के लिए दी चेतावनी
ईरान ने अपने राष्ट्र हित में कोई भी कदम उठाने की बात कही है। ईरानी विदेश मंत्रालय की वेबसाइट ने कनानी के हवाले से कहा, 'ईरान के इस्लामी गणराज्य की सरकार, अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा करने और नागरिकों के अधिकारों को सुरक्षित रखने के लिए, किसी भी गैर-जिम्मेदार कार्रवाई का जवाब देने का अधिकार सुरक्षित रखती है।' उन्होंने कहा कि हम अपने लोगों की सुरक्ष के लिए कोई भी कदम उठा सकते हैं।
यूक्रेन ने की थी ड्रोन हमले की जांच की मांग
ईरान के विदेश मंत्रालय ने कहा, 'हम ईरानी लोगों के हितों की रक्षा करने में संकोच नहीं करेंगे। बता दें कि यूक्रेन ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र से ईरानी ड्रोन हमले की जांच करने की मांग की थी, जिस पर फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन ने अपनी सहमति दी थी। यूक्रेन ने ड्रोन के उपयोग से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव (UNSCR) 2231 के 2015 ईरान परमाणु समझौते का समर्थन करने का तर्क दिया था।
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