हमास का घिनौना काम… युद्ध के हथियार के रूप में किया यौन हिंसा का इस्तेमाल; रिपोर्ट में हुए चौंकाने वाले खुलासे
एक रिपोर्ट में दावा करते हुए बताया गया है कि हमास ने सात अक्टूबर 2023 को हुए हमलों में यौन हिंसा को युद्ध का एक सामरिक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया गया। रिपोर्ट में कहा गया कि हमास ने अपने पीड़ितों को मारकर चुप करा दिया जिससे जांचकर्ताओं के लिए अपराधियों को जवाबदेह ठहराने के लिए महत्वपूर्ण साक्ष्य की कमी हो गई।

एपी, तेल अवीव। एक इजरायली रिपोर्ट में मंगलवार को कहा गया कि हमास ने सात अक्टूबर, 2023 को हुए हमलों में यौन हिंसा को ''युद्ध का एक सामरिक हथियार'' के रूप में इस्तेमाल किया, जो अंतरराष्ट्रीय और इजरायली मानवाधिकार समूहों और संयुक्त राष्ट्र द्वारा किए गए अन्य जांचों पर आधारित है।
डायना प्रोजेक्ट द्वारा जारी रिपोर्ट में विशेषज्ञों की एक टीम ने बचे हुए लोगों और गवाहों के बयान, फोरेंसिक जांच, ²श्य और आडियो साक्ष्यों के आधार पर अपने निष्कर्ष प्रस्तुत किए।
क्यों महत्वपूर्ण साक्ष्यों की हो गई कमी?
रिपोर्ट में कहा गया कि हमास ने अपने पीड़ितों को मारकर चुप करा दिया, जिससे जांचकर्ताओं के लिए अपराधियों को जवाबदेह ठहराने के लिए महत्वपूर्ण साक्ष्य की कमी हो गई। रिपोर्ट में कहा गया, ''अधिकांश पीड़ित स्थायी रूप से चुप करा दिए गए। उनकी या तो हमलों के दौरान या बाद में हत्या कर दी गईं या वे इतनी आहत हैं कि बात नहीं कर सकतीं। इससे साक्ष्य संबंधी दुलर्भ चुनौतियां उत्पन्न हुई हैं।
रिपोर्ट में इन लोगों का ब्योरा है शामिल
इसलिए इन मामलों में संघर्ष से संबंधित यौन हिंसा के लिए एक अधिक अनुकूल कानूनी दृष्टिकोण की आवश्यकता पर बल दिया गया। रिपोर्ट में एक संगीत महोत्सव में दुष्कर्म के प्रयास की शिकार महिला, 15 लौटे हुए बंधक, 17 गवाह और कई पहले उत्तरदाता का ब्योरा शामिल है। कुछ मामलों में डायना प्रोजेक्ट ने अपने स्वयं के साक्षात्कार किए, जबकि अन्य में यह सार्वजनिक रूप से उपलब्ध गवाही या प्रकाशित खातों पर निर्भर रहा।
15 पूर्व बंधकों ने किसी न किसी रूप में यौन हमले का अनुभव किया या देखा, जिसमें शारीरिक यौन हिंसा, दुष्कर्मी नग्नता, मौखिक उत्पीड़न और दुष्कर्म के बाद बलपूर्वक विवाह की धमकियां शामिल थीं। दो पुरुष बंधकों ने कहा कि उन्हें नग्न किए जाने के बाद शारीरिक दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ा।
गवाहों ने कम से कम 15 अलग-अलग यौन हमलों के मामलों का संकेत दिया, जिसमें कम से कम चार सामूहिक दुष्कर्म की घटनाएं थीं। इसके निष्कर्षों ने उन यौन हमलों में पैटर्न दिखे थे, जिसमें पीडि़तों को आंशिक या पूर्ण नग्न अवस्था में हाथ बंधे हुए पाया गया। सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या, जननांगों को काटना और सार्वजनिक रूप से अपमान दर्शाता है कि यौन हिंसा को जानबूझकर 'युद्ध के हथियार' के रूप में इस्तेमाल किया गया।
गाजा में हमला, पांच इजरायली सैनिक ढेर
गाजा में मंगलवार को हुए एक हमले में पांच इजरायली सैनिक मारे गए हैं। जबकि इजरायली हमले में फलस्तीनी क्षेत्र में 18 लोग मारे गए हैं। उत्तरी गाजा में विस्फोटक लगाकर इजरायली सैनिकों को निशाना बनाया गया है।
यह खूनखराबा इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के वाशिंगटन दौरे में व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करने के बीच हुआ है। हालांकि अभी तक ट्रंप की युद्धरत दोनों पक्षों के बीच कोई ''डील'' होती नजर नहीं आ रही है।
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