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    युद्धविराम पर चर्चा के लिए कतर पहुंचे इजरायल के अधिकारी, ट्रंप से मिलने अमेरिका जाएंगे नेतन्याहू; क्या मान जाएगा हमास?

    इजरायली प्रतिनिधिमंडल गाजा में संभावित बंधकों और युद्धविराम समझौते पर बातचीत के लिए कतर रवाना हो गया है। प्रधानमंत्री नेतन्याहू की अमेरिका यात्रा से पहले यह कदम उठाया गया है। हमास ने अमेरिका समर्थित गाजा युद्धविराम प्रस्ताव का सकारात्मक जवाब दिया है लेकिन कुछ चिंताएं अभी भी बनी हुई हैं।

    By Agency Edited By: Swaraj Srivastava Updated: Mon, 07 Jul 2025 06:05 AM (IST)
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    सोमवार को वाशिंगटन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलने वाले हैं इजरायल (फोटो: रॉयटर्स)

    रॉयटर्स, यरुशलम। इजरायल का एक प्रतिनिधिमंडल रविवार को गाजा में संभावित बंधकों और युद्धविराम समझौते पर बातचीत के लिए कतर रवाना हुआ। यह कदम प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की अमेरिका यात्रा से पहले उठाया गया है। वह सोमवार को वाशिंगटन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलने वाले हैं।

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    वहीं, हमास ने शुक्रवार को कहा कि उसने अमेरिका समर्थित गाजा युद्धविराम प्रस्ताव का सकारात्मक जवाब दिया है। ट्रंप ने कहा था कि इजरायल ने 60 दिनों के युद्धविराम को अंतिम रूप देने के लिए आवश्यक शर्तों पर सहमति जताई है। लेकिन दोनों पक्षों के सामने अभी भी मौजूद संभावित चुनौतियों का संकेत देते हुए हमास से संबद्ध एक समूह के फलस्तीनी अधिकारी ने कहा कि मानवीय सहायता, रफा क्रॉसिंग से मिस्त्र तक मार्ग और इजरायली सैनिकों की वापसी के समय को लेकर चिंताएं बनी हुई हैं।

    कतर के प्रस्ताव के आधार पर होगी रिहाई

    नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा है कि हमास द्वारा युद्धविराम प्रस्ताव में मांगे गए बदलाव इजरायल के लिए स्वीकार्य नहीं हैं। हालांकि, प्रतिनिधिमंडल कतर जा रहा है, ताकि कतर के प्रस्ताव के आधार पर हमारे बंधकों की वापसी सुनिश्चित करने के प्रयास जारी रखे जा सकें, जिस पर इजरायल ने सहमति दी है। कार्यालय ने कहा कि हमास कतर के प्रस्ताव में जो बदलाव चाहता है, उसके बारे में हमें कल रात जानकारी दी गई और यह इजरायल को स्वीकार्य नहीं है।

    मामले में और कोई जानकारी नहीं दी गई। नेतन्याहू बार-बार कहते आए हैं कि हमास को निरस्त्र किया जाना चाहिए। इस मांग पर हमास ने अब तक चर्चा करने से इन्कार किया है। इस बीच, शनिवार की शाम तेल अवीव में रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय के पास बंधकों के परिजनों ने प्रदर्शन किया और उनकी वापसी की मांग की।

    इजरायली हमले में 43 फलस्तीनी मारे गए

    • आईएएनएस के अनुसार, गाजा में सिविल डिफेंस ने बताया कि रविवार को गाजा पट्टी में इजरायली हमलों में 43 फलस्तीनी मारे गए। लड़ाकू विमानों ने गाजा के अल-नस्त्र और शेख रादवान इलाकों में दो घरों पर हमला किया। मरने वालों में बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं। कई अन्य घायल भी हुए हैं।
    • एएनआई के अनुसार, इजरायली सैनिकों ने उत्तरी गाजा पट्टी में हमास के नौसैनिक बल के कमांडर रामजी रमजान अब्द अली सालेह को मार गिराया। सालेह हाल के हफ्तों में गाजा पट्टी में आइडीएफ सैनिकों के खिलाफ समुद्री हमलों की योजना बनाने और उन्हें आगे बढ़ाने में शामिल था। इसके अलावा हमास मोर्टार शेल ऐरे के उप प्रमुख हिशाम अयमान अतिया मंसूर और वहीं काम करने वाले निसिम मुहम्मद सुलेमान अबू सबहा भी मारे गए।
    • एपी के अनुसार, यमन तट के पास लाल सागर में रविवार को एक जहाज पर हथियारबंद लोगों ने हमला किया। उन्होंने गोलियां चलाईं और रॉकेट से चलने वाले ग्रेनेड दागे। हमले की जिम्मेदारी अभी तक किसी ने नहीं ली है। हमले के कारण जहाज में आग भी लगने की सूचना है। इस बीच, हिजबुल्ला नेता नईम कासेम ने रविवार को दोहराया कि समूह इजरायल के दक्षिणी लेबनान से हटने और हवाई हमले बंद करने से पहले अपने हथियार नहीं डालेगा।

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