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सऊदी अरब की नामचीन तेल प्रसंस्‍करण कंपनी Saudi Aramco पर ड्रोन हमला, हाउती ने ली जिम्‍मेदारी

सऊदी अरब में मौजूद दुनिया की सबसे बड़ी तेल कंपनी सऊदी अरैमको में ड्रोन हमले के बाद भीषण आग लग गई है। हमले की जिम्मेदारी ईरान समर्थित यमन के हाउती विद्रोहियों ने ली है।

By Monika MinalEdited By: Published: Sat, 14 Sep 2019 12:31 PM (IST)Updated: Sun, 15 Sep 2019 12:09 AM (IST)
सऊदी अरब की नामचीन तेल प्रसंस्‍करण कंपनी Saudi Aramco पर ड्रोन हमला, हाउती ने ली जिम्‍मेदारी
सऊदी अरब की नामचीन तेल प्रसंस्‍करण कंपनी Saudi Aramco पर ड्रोन हमला, हाउती ने ली जिम्‍मेदारी

रियाद, एएफपी। सऊदी अरब की नामचीन तेल कंपनी अरैमको के दो संयंत्रों को शनिवार को ड्रोन हमले में निशाना बनाया गया। इससे अबकैक और खुरैश स्थित संयंत्रों में भीषण आग लग गई। हालांकि किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। दुनिया की सबसे बड़ी तेल कंपनियों में शुमार सऊदी अरैमको के तेल प्लांट पर हुए ड्रोन हमले की जिम्मेदारी ईरान समर्थित यमन के हाउती विद्रोहियों ने ली है। इस हमले के चलते क्षेत्र में तनाव बढ़ सकता है।

तड़के चार बजे हुआ था हमला
पूर्वी सऊदी अरब में स्थित अरैमको के अबकैक और खुरैश फैसिलिटी सेंटर पर शनिवार तड़के करीब चार बजे ड्रोन से हमले किए गए थे। हमले के बाद दोनों संयंत्रों से काले धुएं का गुबार उठता देखा गया। सऊदी प्रेस एजेंसी ने गृह मंत्रालय के हवाले से बताया, ‘ड्रोन हमले के चलते अरैमको के अबकैक और खुरैश फैसिलिटी सेंटर में लगी आग को बुझाने में कंपनी की औद्योगिक सुरक्षा टीमें तुरंत जुट गई थीं। दोनों जगहों पर आग पर काबू पाया जा चुका है।' मंत्रालय ने कहा कि देश के पूर्वी हिस्से में हुए ड्रोन हमले को लेकर यह जांच की जा रही है कि इसके पीछे किसका हाथ है?

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दस ड्रोन तैनात कर बनाया निशाना

हाउती समर्थित अल-मसिराह टीवी के अनुसार, अबकैक और खुरैश स्थित तेल संयंत्रों को निशाना बनाने के लिए बड़ा अभियान चलाया गया था। इसमें दस ड्रोन शामिल किए गए थे।

पहले भी हमले कर चुका है हाउती
हाउती विद्रोहियों ने यमन की सीमा से लगे सऊदी अरब में हाल के महीनों में हमले तेज कर दिए हैं। उसने पिछले माह भी अरैमको के एक नेचुरल गैस फेसिलिटी सेंटर पर हमला किया था। हाउती विद्रोहियों ने गत जून में सऊदी अरब के एक एयरपोर्ट को ड्रोन से निशाना बनाया था। इसमें एक सऊदी नागरिक मारा गया था और 21 लोग घायल हुए थे। गत मई में हाउती विद्रोहियों ने सऊदी के दो ऑयल पंपिंग स्टेशन को भी निशाना बनाया था।

देश के अधिकतर हिस्‍सों पर हाउती का कब्‍जा

ईरान समर्थित हाउती विद्रोहियों का यमन की राजधानी सना समेत देश के ज्यादातर हिस्सों पर कब्जा है। सऊदी अरब के नेतृत्व वाली गठबंधन सेना साल 2015 से ही इन विद्रोहियों से मुकाबला कर रही है।

 सऊदी अरैमको के अनुसार इसका अबकैक तेल प्रसंस्‍करण सुविधा दुनिया का सबसे बड़ा तेल प्‍लांट है। यहां एक दिन में 7 मिलियन बैरल तेल का प्रसंस्‍करण होता है। यह प्‍लांट पहले भी आतंकियों के निशाने पर रहा है। अलकायदा ने दावा किया कि फरवरी में तेल परिसर पर आत्‍मघाती हमलावरों ने असफल प्रयास किया था।
आधिकारिक सऊदी प्रेस एजेंसी ने बताया, ‘ अरैमको के औद्योगिक सुरक्षा दलों ने अब्कैक और खुरैस में अपने संयंत्रों में ड्रोन हमले के कारण लगी आग से निपटना शुरू कर दिया है। दोनों संयंत्रों में आग पर काबू पा लिया गया है।’ सऊदी अरामको सऊदी अरब की राष्ट्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस कंपनी है।

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