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    कनाडा के अस्पताल में 8 घंटे बाद भी भारतीय मूल के व्यक्ति को नहीं मिला इलाज, मौत पर एलन मस्क ने उठाए सवाल

    Updated: Sun, 28 Dec 2025 06:33 PM (IST)

    एलन मस्क ने कनाडा की स्वास्थ्य प्रणाली की आलोचना की है, जब भारतीय मूल के प्रशांत श्रीकुमार की एडमोंटन के एक अस्पताल में आठ घंटे से अधिक इंतजार के बाद ...और पढ़ें

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    एलन मस्क। (रॉयटर्स)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एलन मस्क ने शुक्रवार को 44 साल के भारतीय मूल के एक व्यक्ति की मौत बाद कनाडाई हेल्थकेयर सिस्टम की आलोचना की, जिसकी मेडिकल मदद के लिए आठ घंटे से ज्यादा इंतजार के बाद मौत हो गई थी।

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    पीड़ित परिवार के मुताबिक, प्रशांत श्रीकुमार की मौत ग्रे नन्स कम्युनिटी हॉस्पिटल, एडमोंटन के वोटिंग एरिया में सीने में दर्द के बावजूद लंबे समय तक रखे जाने के कारण संदिग्ध कार्डियक अरेस्ट से हुई। उनकी पत्नी द्वारा शेयर किया गया वीडियो वायरल हो गया, जिसमें वो बता रही हैं कि अस्पताल के कर्मचारियों ने उनके पति का हालत को नजरअंदाज किया।

    मस्क ने कनाडा के हेल्थ सिस्टम पर साधा निशाना

    इसके जवाब में, मस्क ने X पर लिखा, "जब सरकार मेडिकल केयर करती है, तो यह DMV (डिपार्टमेंट ऑफ मोटर व्हीकल्स) जितनी ही अच्छी होती है।" उन्होंने कनाडा के हेल्थकेयर सिस्टम की तुलना अमेरिकी मोटर वाहन विभाग से करके उस पर निशाना साधा, जिसकी अक्षमता के लिए कई लोग आलोचना करते हैं।

    सीने में दर्द की शिकायत के बाद भी नहीं मिला इलाज

    पीड़ित परिवार के अनुसार, श्रीकुमार को 22 दिसंबर को दोपहर लगभग 12.15 बजे ग्रे नन्स कम्युनिटी हॉस्पिटल ले जाया गया था। वह लगभग 12.20 बजे से रात 8.50 बजे तक ट्रायज एरिया में रहे और बार-बार सीने में दर्द की शिकायत कर रहे थे। कथित तौर पर उनका ब्लड प्रेशर 210 तक बढ़ गया था फिर भी उन्हें सिर्फ टायलेनॉल दिया गया। अस्पताल ने शिकायतों को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि सीने में दर्द को गंभीर नहीं माना गया और कार्डियक इमरजेंसी का संदेह नहीं था।

    अस्पताल पर इलाज में देरी का आरोप

    श्रीकुमार के पिता, कुमार श्रीकुमार ने कहा कि उनके बेटे ने सीने में दर्द बताया था। परिवार ने कहा कि कर्मचारियों ने इलाज में देरी की। जब श्रीकुमार को आखिरकार इलाज वाले एरिया में ले जाया गया तो वह कुछ ही सेकंड में गिर गए और उन्हें बचाया नहीं जा सका।

    उनकी पत्नी निहारिका श्रीकुमार ने कहा, "उन्हें बैठने के लिए कहा गया। वह एक सेकंड के लिए उठे और गिर गए। वह बेहोश हो गए और नर्स को यह कहते हुए सुना गया कि मुझे पल्स महसूस नहीं हो रही है।"

    विदेश मंत्रालय ने लिया मामले में संज्ञान

    विदेश मंत्रालय ने भी इस मामले का संज्ञान लिया है और कनाडाई सरकार से इस मामले की जिम्मेदारी लेने का आग्रह किया है। तीन बच्चों के पिता प्रशांत श्रीकुमार अपने पीछे अपनी पत्नी और बच्चों को छोड़ गए हैं।

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