'Donkey Route' क्या है? ट्रंप के एक फैसले से पूरी दुनिया पर होगा सीधा असर
डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति पद की शपथ ली। डोनाल्ड ट्रंप ने शपथ लेने के तुरंत बाद कई बड़े फैसले लिए। उन्होंने सबसे पहले अमेरिका के दक्षिणी सीमा पर इमरजेंसी की घोषणा की। इसका मुख्य उद्देश्य अमेरिकी सीमा में अवैध अप्रवास को रोकना है। इस सीमा से बड़ी संख्या में लोग अमेरिका में दाखिल होते हैं।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Donald Trump: डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ ली। शपथ लेने के बाद ट्रंप ने कई बड़े फैसले किए। उन्होंने कई वादों को भी पूरा करने का काम किया, जिसका जिक्र उन्होंने चुनावी प्रचार के दौरान किया था। डोनाल्ड ट्रंप ने सबसे पहले अमेरिका की दक्षिणी सीमा पर इमरजेंसी की घोषणा की।
सीमा सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ये एलान ट्रंप ने किया। अमेरिकी सशस्त्र बलों को अमेरिका-मेक्सिको सीमा पर आक्रमण के रूपों का मुकाबला करने का निर्देश दिया गया। इसका मुख्य उद्देश्य है कि इस सीमा से अमेरिका में होने वाले अवैध प्रवेशों को रोका जा सके।
ट्रंप ने लिए कई फैसले
राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के तुरंत बाद डोनाल्ड ट्रंप ने कई बड़े फैसले लिए। उन्होंने बाइडन सरकार के 78 फैसलों को रद कर दिया। छह जनवरी 2021 को कैपिटल हिल पर हुए हमले के दोषी 1500 लोगों को माफी देने से लेकर अमेरिका को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से बाहर निकालने तक, कई अहम मुद्दों पर फैसला लिया।
ट्रंप ने अमेरिका में जन्मसिद्ध नागरिकता को समाप्त करने का फैसला कर लिया है। अमेरिकी आव्रजन नीति में बड़ा बदलाव किया जाएगा। इसका असर अमेरिका में मौजूद लाखों बच्चों की नागरिकता पर पड़ेगा, जिनका जन्म भले ही अमेरिका में हुआ है, लेकिन उनके माता-पिता वर्क वीजा पर वहां हैं।
अवैध प्रवासियों को घर भेजेंगे ट्रंप
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने संबोधन में कहा कि मैं अपनी दक्षिणी सीमा पर राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा करता हूं। उन्होंने आगे कहा कि सभी अवैध प्रवेश तुरंत रोक दिए जाएंगे और हम लाखों-करोड़ों अवैध विदेशियों को वापस उनके स्थानों पर भेजने की प्रक्रिया शुरू करेंगे, जहां से वे आए थे।
दरअसल, अमेरिका की उत्तरी और दक्षिणी सीमाओं का इस्तेमाल कई भारतीय लोग अवैध रूप से देश में घुसने के लिए भी करते रहे हैं। यूएस कस्टम्स एंड बॉर्डर प्रोटेक्शन डेटा पर नजर डालें तो 2023 में रिकॉर्ड 96,917 भारतीयों को अवैध रूप से अमेरिका में घुसने की कोशिश करते हुए पकड़ा गया। वहीं, साल 2023 में कनाडा सीमा पर 30,010 और मैक्सिको सीमा पर 41,770 भारतीयों को सीमा में प्रवेश करने से रोका गया।
क्या है डंकी रूट?
बता दें कि अमेरिका में प्रवेश के लिए अक्सर ये अवैध अप्रवासी डंकी रूट का सहारा लेते हैं। अक्सर जोखिम यात्रा का सहारा लेते हुए कई लोग अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करने की कोशिश करते हैं। इस यात्रा को पूरा करने से पहले ये लोग अमेरिका-मेक्सिको सीमा तक पहुंचते हैं।
यहां से किसी एजेंट या सलाहकारों से फर्जी दस्तावेजों का प्रयोग करते हुए ये शिपिंग कंटेनरों या अन्य तरीकों का उपयोग करके लक्ष्य देशों में अवैध रूप से प्रवेश करते हैं। कुछ रिपोर्ट में बताया गया है कि कई 'डंकी रूट' यात्राएं लैटिन अमेरिकी देशों जैसे इक्वाडोर या बोलीविया से शुरू होती हैं, जहां भारतीय नागरिक आसानी से वीजा प्राप्त कर सकते हैं।
किस रास्ते जाते हैं प्रवासी
माना जाता है कि ये प्रवासी अक्सर कोलंबिया से होकर गुजरते हैं और खतरनाक डेरियन गैप को पार करते हैं। जो कोलंबिया और पनामा को अलग करने वाला घना जंगल है। इस इलाके में कोई सड़क नहीं है। यहां पर जंगली जानवर और आपराधिक गिरोहों का खतरा होता है। बावजूद इसके जान जोखिम में डालकर लोग ये यात्रा करते हैं।
लाखों रुपये खर्च करके जाते हैं ये प्रवासी
डंकी मार्ग से जाने में प्रवासियों को लाखों रुपये खर्च करने पड़ते हैं। ये प्रवासी 50 लाख से 85 लाख रुपये तक की फीस तस्करों को देते हैं, जो इन्हें डंकी मार्ग से अमेरिका में दाखिल कराने की जिम्मेदारी लेने की बात कहते हैं। ये काम बेहद महंगा और जोखिम भरा होता है। कई लोग इसे सीमित नौकरी की संभावनाओं से बचने और अपने परिवार की किस्मत सुधारने के लिए एक ज़रूरी कदम मानते हैं।
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