रूस की 'डेड हैंड' चेतावनी, US ने घातक पनडुब्बियों को किया तैनात; पढ़ें कौन है समंदर का बादशाह
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत की अर्थव्यवस्था को डेड इकोनॉमी कहे जाने के बाद अमेरिका और रूस के बीच परमाणु तनाव बढ़ता दिख रहा है। रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव की चेतावनी के बाद ट्रंप ने दो अमेरिकी परमाणु पनडुब्बियों को रणनीतिक स्थानों पर तैनात करने का आदेश दिया है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पिछले दिनों अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत की अर्थव्यवस्था को 'डेड इकोनॉमी' कहकर संबोधित किया था। यह विवाद काफी ज्यादा बढ़ गया था और अब ये अमेरिका और रूस के बीच परमाणु तनाव में बदलता दिख रहा है।
रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव की चेतावनी के बाद ट्रंप ने दो अमेरिकी परमाणु पनडुब्बियों को रणनीतिक स्थानों पर तैनात करने का आदेश दिया है। रूस की तरफ से 'डेड हैंड' जैसी खतरनाक रणनीति की बात कहे जाने के बाद ट्रंप ने यह कदम उठाया है।
क्या है डेड हैंड?
डेड हैंड एक कोल्ड वॉर युग की परमाणु सिस्टम है, जो पूरी रूसी नेतृत्व के खत्म हो जाने पर भी स्वत: परमाणु हमला कर सकती है। मेदवेदेव ने इस रणनीति का नाम लेकर अमेरिका को चेतावनी दी थी, जिसके बाद ट्रंप ने पनडुब्बियों को रूस के पास तैनात करने के आदेश दिए हैं।
आइए जानते हैं, अमेरिका या रूस किसके पास है सबसे ज्यादा परमाणु पनडुब्बियां...
अमेरिका की परमाणु पनडुब्बी ताकत:-
बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बी (Ohio-Class)
- अमेरिका के पास 14 ओहायो-क्लास SSBNs हैं, जो लंबे समय तक बिना सतह पर आए संचालन कर सकती है।
- ये पनडुब्बियां 20 ट्राइडेंट II D5 मिसाइलें लेकर चल सकती है।
फास्ट अटैक पनडुब्बी (Virginia, Seawolf, Los Angeles)
- अमेरिका के पास 24 वर्जीनिया-क्लास SSNs हैं, जिनमें आधुनिक तकनीक और स्पेशल ऑपरेशंस के लिए खास चेंबर है।
- अमेरिक के पास 3 Seawolf-क्लास पनडुब्बियां हैं, जिनमें ज्यादा हथियार ले जाने की क्षमता है।
- अमेरिका की 24 लॉस एंजेलिस-क्लास पनडुब्बियां अभी भी सेवा में हैं, जो 1976 से सोवियत खतरे से निपटने के लिए बनी थी।
रूस की परमाणु पनडुब्बी ताकत:-
बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बी (Borei और Delta IV)
- रूस के पास 8 Borei-क्लास SSBNs हैं, जो जो 16 बुलावा मिसाइलें और 6 टारपीडो लॉन्चर ले जा सकती है।
- ये पनडुब्बियां Delta-IV क्लास को रिप्लेस कर रही हैं, जिनमें अब भी 6 एक्टिव हैं।
Delta-IV में 16 Sineva SLBMs तैनात होती हैं।
- फास्ट अटैक पनडुब्बी (Yasen और Akula)
- रूस के पास चार यासेन-क्लास फास्ट अटैक पनडुब्बियां हैं, जिनमें Kalibr और Oniks मिसाइलें लगाई जाती हैं।
- 5 Akula-क्लास (शार्क) बेहद घातक हैं। ये Kalibr, Oniks और Granit मिसाइलें चलाने में सक्षम हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।