'ट्रंप कम उम्र की लड़कियों को चाहते हैं...', DoJ ने एपस्टीन के लेटर को बताया 'नकली'; क्या है पूरा मामला?
अमेरिकी न्याय विभाग (DoJ) ने जेफ्री एपस्टीन के एक लेटर को 'नकली' बताया है, जिसमें डोनाल्ड ट्रंप पर कम उम्र की लड़कियों को चाहने का आरोप लगाया गया था। ...और पढ़ें

न्याय विभाग ने कहा कि लेटर की लिखावट एपस्टीन से मेल नहीं खाती है। (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिकी न्याय विभाग ने मंगलवार को कहा कि जेफरी एपस्टीन का हाथ से लिखा हुआ पत्र 'नकली' है। ये पत्र दोषी सेक्स अपराधी लैरी नासर को संबोधित था। इस खत को एपस्टीन फाइल्स के हिस्से के तौर पर जारी किया गया था।
विभाग ने कहा कि लिखावट एपस्टीन की लिखावट से मेल नहीं खाती है, "सिर्फ इसलिए कि कोई दस्तावेज न्याय विभाग की ओर से जारी किया गया है, इसका मतलब यह नहीं है कि दस्तावेज के अंदर के आरोप या दावे सच हैं।"
The FBI has confirmed this alleged letter from Jeffrey Epstein to Larry Nassar is FAKE. The fake letter was received by the jail, and flagged for the FBI at the time. The FBI made this conclusion based on the following facts:
— U.S. Department of Justice (@TheJusticeDept) December 23, 2025
-The writing does not appear to match Jeffrey…
लेटर में 'हमारे प्रेसिडेंट' शब्द का इस्तेमाल
यह लेटर 2019 का है। इस दौरान ट्रंप अमेरिका के प्रेसिडेंट थे। इस दौरान कथित तौर पर एपस्टीन ने नासर को लिखा था। इसमें 'कम उम्र की लड़कियों की चाहत' की बात की गई थी। हालांकि इसमें सीधे तौर पर ट्रंप का नाम नहीं था, लेकिन इसमें 'हमारे प्रेसिडेंट' शब्द का इस्तेमाल किया गया था।
लेटर में लिखा है, "प्रिय एल.एन., जैसा कि तुम अब तक जान गए होगे, मैंने घर जाने का 'छोटा रास्ता' अपना लिया है। गुड लक! हमने एक चीज शेयर की... छोटी लड़कियों के लिए हमारी चाहत और उनका ख्याल और यह उम्मीद कि खुद को हमारे लिए झोंक देंगी। हमारे प्रेसिडेंट भी छोटी, जवान लड़कियों के लिए हमारी चाहत को शेयर करते हैं।"
DOJ ने लेटर को क्यों बताया नकली?
यह मैसेज अगस्त 2019 में भेजा गया था, उसी महीने एपस्टीन ने आत्महत्या की थी। हालांकि DOJ अधिकारियों ने कहा कि पोस्टमार्क, रिटर्न एड्रेस और कैदी नंबर न होने से पता चलता है कि यह असली नहीं हो सकता है। एक बयान में, DOJ ने कहा कि FBI ने "जेफरी एपस्टीन से लैरी नासर को लिखे गए इस कथित पत्र की पुष्टि की है कि यह नकली है।"
यह कहते हुए कि इस पर एपस्टीन की मौत के तीन दिन बाद पोस्टमार्क लगाया गया था और यह वर्जीनिया के मेल सिस्टम में डाला गया था, जबकि वह न्यूयॉर्क में जेल में था। एपस्टीन फाइल्स दस्तावेजों का एक सेट है जिसमें जेफरी एपस्टीन से संबंधित नाम, तस्वीरें, पत्र और अन्य लेन-देन शामिल हैं, जिस पर नाबालिगों की सेक्स ट्रैफिकिंग का आरोप था।

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