'...तो वापस लेना पड़ सकता है टैरिफ', US सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले क्यों टेंशन में ट्रंप?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अगर अमेरिका अगर सुप्रीम कोर्ट में टैरिफ मामले में हार जाता है फिर उसे अन्य देशों के साथ व्यापार समझौता को रद करना होगा। ट्रंप ने दावा किया कि अगर ऐसा होता है फिर अमेरिका को भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को एक बड़ी और महत्वपूर्ण टिप्पणी की। अमेरिकी राष्ट्रपति ने व्हाइट हाउस में एक रेडियो शो के दौरान टैरिफ से लेकर विदेश नीति के मुद्दे पर बात की। उन्होंन इस शो के दौरान टैरिफ और अमेरिकी अदालत में इस मुद्दे पर चल रही सुनवाई पर भी बात की।
दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि अगर अमेरिका सुप्रीम कोर्ट में टैरिफ मामले में हार जाता है, फिर उसे यूरोपीय संघ, जापान और दक्षिण कोरिया समेत अन्य देशों के साथ किए गए व्यापार समझौतों को रद करना पडे़गा। इन्ही समझौतों में पारस्परिक टैरिफ पर बात हुई है।
वापस लेना पड़ेगा टैरिफ का फैसला: ट्रंप
अमेरिका के राष्ट्रपति ने कहा कि अमेरिका अगर अपने व्यापारिक समझौतों को रद करता है, फिर हमें काफी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। बता दें कि ट्रंप प्रशासन ने सुप्रीम कोर्ट से पिछले हफ्ते अमेरिकी अपील अदालत के उस फैसले को पलटने के लिए कहेगा, जिसमें उनके कई टैरिफ को अवैध करार दिया गया था। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि उनका प्रशासन इस मामले में जीत हासिल करेगा।
जानिए क्या बोले ट्रंप?
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि हमने यूरोपीय संघ के साथ एक समझौता किया है जिसके तहत वे हमें लगभग एक ट्रिलियन डॉलर का भुगतान कर रहे हैं और सभी देश इस समझौते से खुश हैं। ये सभी सौदे हो चुके हैं।
हालांकि, अगर निचली अदालत के फैसले को अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट बरकरार रखता है, तो ट्रंप प्रशासन को पिछले समय में किए गए सभी समझौतों को रद करना होगा।
'अमेरिका को झेलना पड़ेगा नुकसान'
यूएस प्रेसिडेंट ने कहा कि टैरिफ हटाना महंगा पड़ेगा। हालांकि, इस संबंध में व्यापार विशेषज्ञों का कहना है कि शुल्क का भुगतान अमेरिका में आयातक करते हैं, न कि किसी भी मूल देश की कंपनियां।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे देश के पास फिर से अविश्वसनीय रूप से समृद्ध होने का मौका है। यह फिर से अविश्वसनीय रूप से गरीब भी हो सकता है। अगर हम यह मुकदमा नहीं जीतते हैं, तो हमारे देश को बहुत, बहुत भारी नुकसान होगा। (समाचार एजेंसी एएनआई के इनपुट के साथ)
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