नासा को बेनु उल्का पिंड में मिले जलयुक्त दुनिया के संकेत, पहली बार सामने आए पुख्ता सबूत; पृथ्वी जैसे तत्व मौजूद
नासा ने पृथ्वी के करीब स्थित बेन्नू क्षुद्रग्रह में जीवन के लिए अहम तत्वों का पता लगाया है। नासा के शोध में कई ऐसे कार्बनिक योगिक और खनिजों का पता चला जो पृथ्वी में भी मौजदू हैं। अब सवाल यह उठा रहा है कि क्या क्षुद्रग्रहों ने हमारी पृथ्वी पर जीवन की आधारशिला रखी। क्षुद्रग्रह में पानी के साथ-साथ कार्बन नाइट्रोजन समेत अन्य पदार्थ मौजूद थे।
एपी, केप कानावेरल। अमेरिकी एजेंसी नासा का ओसिरिस-रेक्स अंतरिक्ष यान पृथ्वी के पास मौजूद उल्का पिंड बेनु से मिली 122 ग्राम की धूल और पत्थर के टुकड़ों के अध्ययन से पृथ्वी पर ऐसे ही किसी उल्का पिंड से जीवन के तत्व मिलने के सुबूत मिले हैं। वैज्ञानियों का कहना है कि अंतरिक्ष से मिले बेनु नाम के उल्का पिंड से लाए गए इन अवशेषों से पुख्ता साक्ष्य इससे पहले कभी नहीं मिले थे।
उल्का पिंड में क्या-क्या मिला?
स्मिथसोनियन इंस्टीट्यूट के प्रमुख शोधकर्ताओं में से एक टिम मैक्वाय ने गुरुवार को बताया कि उल्का पिंड बेनु के पत्थरों और धूल में जीवन के लिए जरूरी सभी तत्व मिले हैं जिसमें पर्याप्त मात्रा में सोडियम युक्त खनिज, अमिनो एसिड, अमोनिया के रूप में नाइट्रोजन और यहां तक कि जेनेटिक कोड के भी कुछ हिस्से मिले हैं।
सहारा रेगिस्तान जैसे तत्व मिले
बेनु में कुछ ऐसे सूक्ष्म लवण (साल्ट) मिले हैं जिनके जैसे तत्व अमेरिकी राज्य कैलीफोर्निया के रेगिस्तान की सूखी झील की तलहटी और अफ्रीकी रेगिस्तान सहारा में पाए जा सकते हैं।
2023 में नासा का यान लाया था नमूने
नासा का ओसिरिस-रेक्स अंतरिक्ष यान इन नमूनों का एक कनस्तर लेकर वर्ष 2023 में उताह रेगिस्तान में गिरा था। नेचर व नेचर एस्ट्रोनामी जर्नल में प्रकाशित शोध के अनुसार 4.5 अरब साल पहले जब सौर मंडल का निर्माण हो रहा था तब बेनु के कुछ बेशकीमती काले दानेदार टुकड़े अंतरिक्ष में छिटक कर बिखर गए थे। यह शोध इसीलिए महत्वपूर्ण है कि यह पृथ्वी में मिले उल्का पिंड से नहीं बल्कि अंतरिक्ष में घूम रहे उल्का पिंड के नमूनों पर किया गया है।
वैज्ञानिक बोले- यह बेहद रोमांचक
वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. डैनियल पी. ग्लेविन ने कहा कि नए शोध से पता चला है कि क्षुद्रग्रह में जीवन के कई रासायनिक तत्व मौजूद हैं। अमीनो एसिड और डीएनए में पाए जाने वाले घटक भी मौजूद हैं।
नेचर एस्ट्रोनॉमी जर्नल में बुधवार को प्रकाशित नमूनों पर एक अध्ययन के प्रमुख लेखक ग्लेविन ने कहा कि यह सब बहुत रोमांचक है। इससे यह पता चलता है कि बेन्नू जैसे क्षुद्रग्रह अंतरिक्ष में विशाल रासायनिक कारखानों की तरह काम करते थे। ये पृथ्वी और हमारे सौर मंडल के अन्य ग्रहों में जीवन के लिए कच्चा माल पहुंचा सकते थे।
प्रोटीन बनाने वाले अमीनो एसिड मिले
ग्लेविन और उनकी टीम ने बेनू के नमूनों में हजारों कार्बनिक आणविक यौगिकों का पता लगाया। इसमें 33 अमीनो एसिड के नमूने भी मिले हैं। अमीनो एसिड की मदद से प्रोटीन का निर्माण होता है।
ग्लेविन ने बताया कि शोधकर्ताओं को 20 अमीनो एसिड में से 14 ऐसे हैं, जिनका इस्तेमाल जीव विज्ञान में प्रोटीन बनाने में किया जाता है। शोध में एडीनीन, गुआनिन, साइटोसिन, थाइमिन और यूरैसिल भी मिले हैं। ये पांच जैविक न्यूक्लियोबेस डीएनए और आरएनए में आनुवंशिक कोड बनाते हैं।
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