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    3 महीने बाद फिर फटा दुनिया का सबसे एक्टिव ज्वालामुखी, 260 फीट तक उठा लावा; सामने आया वीडियो

    अमेरिका के हवाई द्वीप पर मौजूद किलुआ ज्वालामुखी एक बार फिर से फट पड़ा है। लावा के फव्वारे 260 फीट तक ऊंचे थे अमेरिका के ज्वालामुखी विभाग ने विस्फोट का वीडियो जारी कर सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी। रिपोर्टों के अनुसार विस्फोट देर रात शुरू हुआ और काल्डेरा फर्श के 500 एकड़ क्षेत्र में फैल गया था। ज्वालामुखी 30 साल से ज्यादा समय से लगातार फट रहा है।

    By Jagran News Edited By: Shubhrangi Goyal Updated: Wed, 25 Dec 2024 04:52 PM (IST)
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    ज्वालामुखी किलुआ में देर रात विस्फोट (फोटो-रायटर)

    डिजिटल डेस्क, न्यूयॉर्क। अमेरिका के हवाई द्वीप में मौजूद दुनिया के सबसे एक्टिव ज्वालामुखियों में से एक किलुआ तीन महीने तक शांत रहने के बाद एक बार फिर फूट पड़ा है। लावा के फव्वारे 260 फीट तक ऊंचे थे, अमेरिका के ज्वालामुखी विभाग ने विस्फोट का वीडियो जारी कर सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी। रिपोर्टों के अनुसार, विस्फोट देर रात  देर रात करीब दो बजे शुरू हुआ और काल्डेरा फर्श के 500 एकड़ क्षेत्र में फैल गया था।

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    अमेरिकी विभाग ने विस्फोट की एक लाइव-स्ट्रीम शुरू की जिसमें रेड गर्म लावा 80 मीटर की ऊंचाई तक फूटता हुआ दिखाई दिया। अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक, किलुआ में लावा और ज्वालामुखीय एक्टिविटी हवाई ज्वालामुखी राष्ट्रीय नेशनल पार्क तक ही सीमित थी।

    6 ज्वालामुखी हमेशा एक्टिव रहते 

    ज्वालामुखीय धुएं का खतरा चारों ओर मंडरा रहा होता है क्योंकि इसमें सल्फर डाइऑक्साइड होता है जो अस्थमा और सांस संबंधी पीड़ित लोगों के लिए परेशानी पैदा कर देता है। बता दें कि हवाई द्वीप में 6 ऐसे हैं वोल्केनो हैं जो हमेशा एक्टिव रहते हैं। इनमें मौनालाओ भी शामिल है। लाओ विश्व का सबसे बड़ा ज्वालामुखी है, जबकि किलुआ कहीं ज्यादा सक्रिय है। ये ज्वालामुखी कैसे बना इसके बारे में वैज्ञानिक सालों से रिसर्च कर रहे हैं। इसमें फ्लो होने वाले लावा के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।

    जून और सितंबर में फटा था ज्वालामुखी

    लावा बम सहित पिघली हुई सामग्री को काल्डेरा फर्श के छिद्रों से पश्चिम काल्डेरा रिम की ओर बाहर निकाला जा रहा है। ज्वालामुखीय गैस का गुबार समुद्र तल से 6,000-8,000 फीट की ऊंचाई तक पहुंच रहा है और हवाएं इसे दक्षिण पश्चिम की ओर ले जा रही हैं।

    700 घरों को भी नुकसान

    किलुआ का वह क्षेत्र जहां विस्फोट हुआ था, खतरनाक परिस्थितियों के कारण 2007 से जनता के लिए बंद कर दिया गया है। इस साल जून और सितंबर में भी किलुआ ज्वालामुखी फटा था। किलुआ में विस्फोट कई दिनों या महीनों तक जारी रह सकता है। 2018 में मई से अगस्त तक किलुआ ज्वालामुखी फटा और करीब 700 घर नष्ट हो गए।

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