Mount Rainier: सालों से सोया हुआ है विनाशकारी माउंट रेनियर ज्वालामुखी, अगर फटा तो मचेगी तबाही; अमेरिकी वैज्ञानिकों की बढ़ी टेंशन
माउंट रेनियर अमेरिका और कैस्केड रेंज में सबसे ऊंचा पर्वत है। यह माउंट रेनियर नेशनल पार्क के भीतर टैकोमा शहर से लगभग 40 मील (64 किमी) दक्षिण-पूर्व में स्थित है। 14410 फीट की ऊंचाई पर स्थित माउंट रेनियर अमेरिका में सबसे ऊंची ज्वालामुखी चोटी है। बता दें कि सालों से सोया हुआ विशालकाय ज्वालामुखी बहुत ऊंचा है और यह बर्फ और हिम से ढका हुआ है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Mount Rainier: 14,410 फीट की ऊंचाई पर स्थित माउंट रेनियर संयुक्त राज्य अमेरिका में सबसे ऊंची ज्वालामुखी चोटी है। माउंट रेनियर नेशनल पार्क पश्चिम-मध्य वाशिंगटन राज्य में स्थित है। बता दें कि समुद्र तल से 4.3 किलोमीटर (2.7 मील) ऊपर स्थित माउंट रेनियर की बर्फ से ढकी चोटी पर पिछले 1,000 वर्षों में कोई ज्वालामुखी विस्फोट नहीं हुआ है। हालांकि, इस चोटी से निकलते बुदबुदाते लावा कई अमेरिकी ज्वालामुखी वैज्ञानिकों को चिंतित में डाल रहा है।
अगर ये विस्फोट हुआ तो...
ज्वालामुखी विज्ञानी और यूनियन ऑफ कंसर्नड साइंटिस्ट्स के राजदूत जेस फीनिक्स माउंट रेनियर की चिंता में रात भर जगे रहते है। उन्हें इस बात की चिंता सता रही है कि अगर ये विस्फोट हुआ तो आस-पास के समुदायों के लिए बहुत बड़ा खतरा बन सकता है। दरअसल, टैकोमा और साउथ सिएटल माउंट रेनियर के विस्फोटों से 100-फुट-मोटी (30.5-मीटर) प्राचीन मिट्टी के बहाव पर बने हैं।
सालों से सोया हुआ विशालकाय ज्वालामुखी बहुत ऊंचा है और यह बर्फ और हिम से ढका हुआ है। अगर विस्फोट होता है तो यह संभावित रूप से एक बड़े लावा से प्रभावित हो सकते हैं और यह बहुत तेजी से फैल सकता है।
लाहर एक तेज गति से बहने वाला मलबा प्रवाह
हाल ही में सबसे घातक लाहर कोलंबिया के नेवाडो डेल रुइज ज्वालामुखी में विस्फोट हुआ था। यह विस्फोट नवंबर 1985 में हुआ था। इसके शुरू होने के कुछ ही घंटों बाद, मिट्टी, चट्टानों, लावा और बर्फीले पानी की एक नदी ने आर्मेरो शहर को पूरा तबाह कर दिया था। इसमें कुछ ही मिनटों में 23,000 से अधिक मारे गए थे।
बता दें कि माउंट रेनियर में ग्लेशियर और बर्फ की मात्रा नेवाडो डेल रुइज के विस्फोट के समय की तुलना में लगभग आठ गुना अधिक है। इसमें बहुत अधिक विनाशकारी मडफ्लो होने की संभावना है।
माउंट रेनियर तीसरा सबसे खतरनाक ज्वालामुखी
2018 से यूएस जियोलॉजिकल सर्वे किया गया जिसमें हालिया खतरे का आकलन किया गया। संघीय एजेंसी ने हवाई के किलाउआ को सबसे खतरनाक अमेरिकी ज्वालामुखी माना था। यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि कितने लोग इसके आस-पास रहते हैं और यह कितनी बार फटता है। माउंट सेंट हेलेंस मई 1980 में प्रलयकारी रूप से फटा था। जानकारी के लिए बता दें कि माउंट सेंट हेलेन्स दूसरे सबसे खतरनाक पर्वत की श्रेणी में आता है, जबकि माउंट रेनियर तीसरे स्थान पर है।
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