अवैध दवाओं को रोकने के लिए भारत और अमेरिका ने चलाया विशेष अभियान, कई एजेंसियों का लिया गया सहयोग
भारत में अमेरिकी दूतावास ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि जून 2023 में आयोजित इस आपरेशन से अवैध और संभावित रूप से खतरनाक दवाओं चिकित्सा उपकरणों और सिंथेटिक दवाओं के 500 से अधिक शिपमेंट को अमेरिकी उपभोक्ताओं तक पहुंचने से रोका गया। आपरेशन के दौरान जांचकर्ताओं ने भारत में आने वाले 1500 से अधिक शिपमेंट की जांच की और लगभग 500 उत्पादों पर कार्रवाई की।

वॉशिंगटन, एएनआइ। भारत और अमेरिका ने अवैध दवाओं, उपकरणों व रसायनों को रोकने के लिए कई एजेंसियों की मदद से एक विशेष द्विपक्षीय अभियान चलाया। दोनों देशों द्वारा चलाए गए ऑपरेशन ब्राडर स्वार्ड में अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए), अमेरिकी सीमा शुल्क और सीमा सुरक्षा (सीबीपी), होमलैंड सुरक्षा जांच (एचएसआई), ड्रग प्रवर्तन प्रशासन (डीईए) और अमेरिकी डाक निरीक्षण सेवा (यूएसपीआईएस) भारत सरकार के राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआइ) का सहयोग लिया गया।
भारत में अमेरिकी दूतावास ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि जून 2023 में आयोजित इस ऑपरेशन से अवैध और संभावित रूप से खतरनाक दवाओं, चिकित्सा उपकरणों और सिंथेटिक दवाओं के 500 से अधिक शिपमेंट को अमेरिकी उपभोक्ताओं तक पहुंचने से रोका गया।
इस अभियान में 12-23 जून तक न्यूयार्क के जान एफ कैनेडी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और शिकागो के ओहारे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर अंतरराष्ट्रीय मेल सुविधाओं (आइएमएफ) के माध्यम से भारत से अमेरिका में प्रवेश करने वाले पैकेजों को लक्षित किया गया और सफलता हासिल हुई।
ऑपरेशन के तहत 500 उत्पादों पर की गई कार्रवाई
प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, ऑपरेशन के दौरान, जांचकर्ताओं ने भारत में आने वाले 1500 से अधिक शिपमेंट की जांच की और लगभग 500 उत्पादों पर कार्रवाई की, जिनमें गंभीर बीमारियों के इलाज या उन्हें कम करने के उद्देश्य से अवैध दवाएं भी शामिल थीं। भारत में अमेरिकी दूतावास ने कहा कि इस अभियान के दौरान संदिग्ध उत्पादों की डिलीवरी व अवैध दवाओं के आयात के लिए एक भारतीय नागरिक को गिरफ्तार किया गया है।
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