वॉशिंगटन डी. सी, एजेंसी। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन अब एक नए विवाद में घिर सकते हैं। बाइडेन के निजी दफ्तर में सरकारी दस्तावेज मिलने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। बता दें कि बाइडेन के उपराष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान के कई गोपनीय दस्तावेज उनके निजी दफ्तर से मिले हैं। जो बाइडेन के वकील ने भी इन दस्तावेजों को लेकर यह कबूल किया है कि ये उनके प्राइवेट ऑफिस में रखे गए थे। राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मंगलवार को कहा कि जब उन्हें बताया गया कि वाशिंगटन में उनके पूर्व कार्यालय स्थान पर उनके वकीलों द्वारा सरकारी रिकॉर्ड पाए गए तो उन्हें यह जानकार काफी हैरानी हुई थी।
व्हाइट हाउस ने भी दस्तावेज मिलने की पुष्टि की
मेक्सिको सिटी में पत्रकारों से बात करते हुए जो बाडडेन ने कहा कि उनके वकीलों ने "वह किया जो उन्हें करना चाहिए था। उन्होंने 2017 में उप राष्ट्रपति पद छोड़ने के बाद 2019 में अपना राष्ट्रपति अभियान शुरू करने से कुछ समय पहले तक वहां एक कार्यालय रखा था जहां अब सरकारी दस्तावेज पाए गए हैं। व्हाइट हाउस ने भी यह पुष्टि की है कि न्याय विभाग कार्यालय में पाए गए "वर्गीकृत चिह्नों के साथ दस्तावेजों की एक छोटी संख्या पाई गई है। जो बाइडेन ने अपने पुराने दफ्तर में सरकारी दस्तावेज पाए जाने पर कहा कि मुझे इस खोज के बारे में बताया गया और यह जानकर आश्चर्य हुआ कि कोई भी सरकारी रिकॉर्ड है जो उस कार्यालय में ले जाया गया था।
राष्ट्रपति रिकॉर्ड अधिनियम कानून का हुआ उल्लंघन
बिडेन ने 2 नवंबर, 2022 की खबर के बाद अपनी पहली टिप्पणियों में यह कहा है कि दस्तावेज़ की खोज सोमवार को सामने आई है। उन्होंने कहा कि "मुझे नहीं पता कि दस्तावेजों में क्या है। मंगलवार को प्रतिनिधि माइक टर्नर ने राष्ट्रीय खुफिया निदेशक एवरिल हैन्स को यह कहते हुए अनुरोध भेजा कि जो बाइडेन के दफ्तर से मिले सरकारी दस्तावेजों ने उन्हें "जासूसी अधिनियम और राष्ट्रपति रिकॉर्ड अधिनियम सहित राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा करने वाले कानूनों के संभावित उल्लंघन" में डाल दिया है।
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क्या है पूरा मामला
राष्ट्रपति बाइडेन के वकीलों का कहना है कि उन्हें नवंबर में वाशिंगटन, डीसी स्थित बाइडेन ने निजी कार्यालय से सरकारी दस्तावेज मिले हैं। इन दस्तावेजों का इस्तेमाल जो बाइडेन ने पेन्सिलवेनिया यूनिवर्सिटी में 2017 से 2019 तक मानद प्रोफेसर रहते हुए किया था। सूत्रों के मुतबिक बाइडेन के दफ्तर में लगभग एक दर्जन दस्तावेज पाए गए हैं। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि ये दस्तावेज किससे संबंधित हैं या उन्हें बाइडेन के निजी कार्यालय में क्यों ले जाया गया था। अमेरिका में कानून के हिसाब से अधिकारी राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति की सेवा समाप्त होने के बाद दस्तावेजों और अभिलेखों को अपने रखते हैं। अब बाइडेन के दफ्तर से मिले सरकारी दस्तावेजों ने डोनाल्ड ट्रंप की पार्टी को बाइडेन पर निशाना साधने के लिए एक नया हथियार दे दिया है।
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