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    ट्रंप-एप्सटीन की 'अश्लील' चिट्ठी को लेकर विवाद गहराया, FBI निदेशक काश पटेल बोले- मैं जांच के लिए तैयार

    Updated: Thu, 18 Sep 2025 08:50 AM (IST)

    डोनाल्ड ट्रंप और जेफरी एप्सटीन के कथित बर्थडे नोट ने राजनीतिक गलियारों में खलबली मचा दी है। FBI निदेशक काश पटेल ने इस खत की जांच की बात कही है जिसमें ट्रंप के हस्ताक्षर हैं। व्हाइट हाउस ने इसे फर्जी बताया है। डेमोक्रेट सांसद जेरेड मोस्कोविट्ज ने इसे जालसाजी का मामला बताया। ट्रंप ने इसे डेमोक्रेट्स की साजिश करार दिया और एप्सटीन केस में खुलासों की मांग को खारिज करदिया।

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    खत में एक महिला की आकृति और ट्रंप की हस्ताक्षर वाली टिप्पणी है।

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और जेफरी एप्सटीन के बीच कथित तौर पर लिखे गए एक बर्थडे नोट ने सियासी हलकों में हंगामा मचा दिया है।

    FBI निदेशक काश पटेल ने इस खत की सत्यता की जांच के लिए हामी भर दी है। यह खत ट्रंप ने एप्सटीन के 50वें जन्मदिन पर कथित तौर पर लिखा था। इस खत में एक महिला की आकृति और ट्रंप की हस्ताक्षर वाली टिप्पणी है। लेकिन व्हाइट हाउस ने इसे फर्जी बताया है।

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    हाउस ओवरसाइट कमेटी की सुनवाई में डेमोक्रेट सांसद जेरेड मोस्कोविट्ज ने पटेल से इस खत की जांच का सवाल उठाया। मोस्कोविट्ज ने इसे राष्ट्रपति के हस्ताक्षर की जालसाजी का मामला बताया है। इसके बाद पटेल ने कहा, "ठीक है, मैं इसकी जांच करवाऊंगा।" खत में लिखा है कि ट्रंप और एप्सटीन में कुछ चीजें मेल खाती हैं।

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    कमेटी में किस बात को लेकर छिड़ी बहस

    कमेटी के अध्यक्ष जेम्स कॉमर ने डेमोक्रेट्स की हस्ताक्षर विशेषज्ञ को बुलाने की मांग को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि जांच का मकसद एप्सटीन के पीड़ितों को इंसाफ दिलाना और सरकारी संलिप्तता की सच्चाई उजागर करना है, न कि 20 साल पुराने जन्मदिन पत्र पर बहस करना। कॉमर ने इसे बेमतलब बताया है।

    वहीं, ट्रंप ने इस पूरे मामले को "डेमोक्रेट्स का जाल" बताया और एप्सटीन केस में और खुलासों की मांग को खारिज किया। उन्होंने कहा, "यह सब मेरी सरकार की कामयाबी से ध्यान हटाने की साजिश है।" ट्रंप ने द वॉल स्ट्रीट जर्नल पर भी मानहानि का मुकदमा ठोका है, जिसने इस पत्र की खबर छापी थी।

    व्हाइट हाउस क्या कहता है?

    व्हाइट हाउस ने इस खत को पूरी तरह फर्जी बताया है। प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने कहा, "यह स्पष्ट है कि इस चित्र को न तो ट्रंप ने बनाया और न ही उन्होंने हस्ताक्षर किए।"

    उन्होंने कहा कि ट्रंप की कानूनी टीम इस मामले में आक्रामक तरीके से कार्रवाई करेगी। एप्सटीन मामले में पूरे दस्तावेज़ जारी करने की मांग अमेरिकी कांग्रेस में तेज हो रही है। 

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