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    मुंबई हो या इजरायल, बेकसूरों की हत्या जायज नहीं, अमेरिकी विदेश मंत्री ने UN में कहा

    By Jagran NewsEdited By: Siddharth Chaurasiya
    Updated: Wed, 25 Oct 2023 12:23 AM (IST)

    ब्लिंकन ने गाजा के हमास आतंकियों द्वारा इजरायल पर सात अक्टूबर के हमले के बाद मध्य पूर्व की स्थिति पर सुरक्षा परिषद की मंत्रिस्तरीय बैठक को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की। उन्होंने पाक समर्थित लश्कर के आतंकियों द्वारा मुंबई में किए गए हमलों का भी जिक्र किया। बता दें कि 2008 के मुंबई आतंकी हमलों में छह अमेरिकियों सहित कुल 166 लोग मारे गए थे।

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    अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने मंगलवार को कहा कि सभी आतंकी कृत्य गैरकानूनी और अनुचित हैं।

    पीटीआई, संयुक्त राष्ट्र। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने मंगलवार को कहा कि सभी आतंकी कृत्य गैरकानूनी और अनुचित हैं फिर चाहे वह लोगों को निशाना बनाकर लश्कर-ए-तैयबा द्वारा मुंबई में किए गए हों या फिर हमास द्वारा इजरायल में या फिर इनसे इतर नैरोबी या बाली में। बेकसूर लोगों की हत्या को कतई जायज नहीं ठहराया जा सकता।

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    ब्लिंकन ने गाजा के हमास आतंकियों द्वारा इजरायल पर सात अक्टूबर के हमले के बाद मध्य पूर्व की स्थिति पर सुरक्षा परिषद की मंत्रिस्तरीय बैठक को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की। उन्होंने पाक समर्थित लश्कर के आतंकियों द्वारा मुंबई में किए गए हमलों का भी जिक्र किया। बता दें कि 2008 के मुंबई आतंकी हमलों में छह अमेरिकियों सहित कुल 166 लोग मारे गए थे। दस पाक समर्थित आतंकियों ने 60 घंटे से भी अधिक समय तक मुंबई की घेराबंदी की थी और निहत्थे लोगों को मार डाला था।

    ब्लिंकन ने कहा कि लोगों को उनके विश्वास, जातीयता, राष्ट्रीयता या किसी अन्य कारण के आधार पर निशाना बनाया जाए, यह ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि इस परिषद की जिम्मेदारी उन सदस्य देशों की निंदा करने की है, जो हमास या ऐसे भयानक कृत्यों को अंजाम देने वाले किसी भी अन्य आतंकवादी समूह को हथियार देते हैं, धन मुहैया कराते हैं और प्रशिक्षित करते हैं।

    हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि सात अक्टूबर को हमास आतंकियों ने जिन 1,400 से अधिक लोगों की हत्या की, उनमें से 30 से अधिक संयुक्त राष्ट्र सदस्य देशों के नागरिक थे। पीड़ितों में कम से कम 33 अमेरिकी नागरिक शामिल हैं।

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    इजरायल की लगातार बमबारी अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन

    गुटेरस संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरस ने इजरायली बलों द्वारा हमास शासित गाजा पट्टी पर लगातार बमबारी पर गहरी चिंता व्यक्त की और कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन है। सशस्त्र संघर्ष में कोई भी पक्ष अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून से ऊपर नहीं है। उन्होंने दोनों पक्षों से हिंसा रोकने व शांति की अपील की।

    गुटेरस ने कहा कि पश्चिम एशिया में स्थिति समय के साथ और भी गंभीर होती जा रही है। गाजा में युद्ध गंभीर रूप ले रहा है और इसके पूरे क्षेत्र में फैलने का खतरा है। उन्होंने कहा- 'संयुक्त राष्ट्र दिवस पर मैं सभी से अपील करता हूं कि संघर्ष छोड़ दें, इससे पहले कि हिंसा और अधिक लोगों की जान ले ले और व्यापक स्तर पर फैल जाए।'

    ब्राजील की अध्यक्षता में हुई परिषद की बैठक में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, इजरायल के विदेश मंत्री एली कोहेन, फलस्तीन के विदेश मंत्री रियाद अल-मलिकी, ब्राजील के विदेश मंत्री मौरो विएरा और फ्रांस की विदेश मामलों की मंत्री कैथरीन कोलोना समेत अन्य ने भाग लिया।

    'गाजा में पूर्ण संघर्ष विराम से हमास को केवल मदद मिलेगी'

    वाइट हाउस ने मंगलवार को कहा कि गाजा में पूर्ण संघर्ष विराम से हमास को केवल मदद मिलेगी, क्योंकि इजरायल आतंकवादी समूह के खिलाफ हवाई अभियान चला रहा है, लेकिन महत्वपूर्ण सहायता को अनुमति देने के लिए मानवीय 'विराम' पर विचार किया जाना चाहिए।

    अमेरिका की तरफ से यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि सात अक्टूबर को हमास के घातक हमलों के बाद से इजराइली बमबारी के तहत फलस्तीनी एन्क्लेव में सहायता पहुंचाने का काम पर्याप्त तेजी से नहीं हो रहा है। राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने पत्रकारों से कहा, 'अभी संघर्ष विराम से वास्तव में केवल हमास को फायदा होगा।' किर्बी ने कहा कि वाशिंगटन पूर्ण संघर्ष विराम का विरोध करता है, लेकिन सहायता पहुंचाने के लिए लड़ाई रोकना कुछ ऐसा है जिस पर विचार किया जाना चाहिए।

    उन्होंने कहा, 'हम नागरिकों की सुरक्षा के सभी उपायों को देखना चाहते हैं और किसी अभियान को रोकना एक उपकरण और रणनीति है जो अस्थायी समय के लिए ऐसा कर सकता है। यह युद्धविराम कहने के समान नहीं है।'

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