क्या फिर से WHO में शामिल होगा अमेरिका? डोनाल्ड ट्रंप ने अब बनाई नई रणनीति
डोनाल्ड ट्रंप ने जैसे ही दूसरी बार अमेरिकी राष्ट्रपति पद की कमान संभाली उन्होंने कई फैसले लिए। सबसे पहले उन्होंने विश्व स्वास्थ्य संगठन से अमेरिका के हटने का आदेश जारी किया। उन्होंने कहा कि कोरोना जैसी महामारी को WHO संभालने में विफल रहा है। हालांकि ट्रंप ने एक बार फिर से संकेत दिए हैं कि वह अपने फैसले पर एक बार फिर से विचार कर सकते हैं।
रॉयटर्स, लॉस वेगास। अमेरिका के राष्ट्रपति की कमान संभालते ही डोनाल्ड ट्रंप ने कई फैसले लिए। इस कड़ी में उन्होंने अमेरिका को WHO से हटने का आदेश दिया। इस बीच माना जा रहा है कि डब्ल्यूएचओ में अमेरिका की फिर से एंट्री हो सकती है।
दरअसल, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को कहा कि वह विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) में फिर शामिल होने पर विचार कर सकते हैं। ट्रंप ने राष्ट्रपति का पद दोबारा संभालने के बाद यह कहते हुए डब्ल्यूएचओ से अमेरिका के हटने का आदेश दिया था कि वह कोविड-19 व अन्य अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य संकटों से ठीक से नहीं निपट सका।
ट्रंप ने क्या कहा?
बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप ने लास वेगास की एक रैली को संबोधित करते हुए इस संबंध में विचार की बात कही। साथ ही कहा कि संगठन को खुद को दुरुस्त करना होगा। ट्रंप के हालिया आदेश के अनुसार अमेरिका को 22 जनवरी, 2026 को डब्ल्यूएचओ छोड़ देना है।
किस बात को लेकर नाराज हैं ट्रंप
अमेरिका वर्तमान में डब्ल्यूएचओ का सबसे बड़ा वित्त पोषक है और संगठन की कुल वित्तीय मदद में उसका योगदान 18 प्रतिशत है। डब्ल्यूएचओ का 2024-25 के लिए द्विवार्षिक बजट 6.8 अरब डालर है। ट्रंप ने रैली में कहा कि वह इस बात से नाखुश हैं कि अमेरिका डब्ल्यूएचओ में चीन से अधिक भुगतान करता है जिसकी आबादी कहीं ज्यादा है।
इसके अलावा ट्रंप ने यह भी कहा कि वह सऊदी अरब से अमेरिका में लगभग एक लाख करोड़ डालर का निवेश करने का अनुरोध करेंगे। जबकि सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने पिछले हफ्ते ट्रंप से कहा था कि उनका देश अगले चार वर्षों में अमेरिका में 600 अरब डालर का निवेश करना चाहता है।
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