अमेरिका ने रूस पर नए प्रतिबंधों का किया एलान, अपने नागरिकों से तत्काल रूस खाली करने को कहा
रूस ने यूक्रेन के चार क्षेत्रों को अपना हिस्सा बनाने की घोषणा कर दी है। इसके बाद अमेरिका ने मास्को पर नए प्रतिबंधों का एलान किया है। अमेरिका ने सैकड़ों रूसी नागरिकों कंपनियों और सैन्य औद्योगिक प्रतिष्ठानों को प्रतिबंधित कर दिया है।
वाशिंगटन, रायटर। रूस द्वारा यूक्रेन के चार क्षेत्रों को अपना हिस्सा बनाने के बाद अमेरिका ने मास्को पर नए प्रतिबंधों की घोषणा की है। इसके तहत अमेरिका ने सैकड़ों रूसी नागरिकों, कंपनियों और सैन्य औद्योगिक प्रतिष्ठानों के अलावा विधायिका के सदस्यों को प्रतिबंधित कर दिया है। जिन लोगों पर प्रतिबंध लगाया गया है, उनमें उपप्रधानमंत्री अलेक्जेंडर नोवाक, संसद के 109 सदस्य, संघीय परिषद और इसके 169 सदस्य तथा सेंट्रल बैंक आफ रशिया की गवर्नर एल्विरा नाबिउलिना शामिल हैं।
ब्रिटेन ने संपत्तियां फ्रीज की
ब्रिटेन ने भी एल्विरा पर प्रतिबंध लगाते हुए उनकी संपत्तियां फ्रीज कर दी है। अमेरिकी वित्त मंत्री जेनेट येलेन ने एक बयान में कहा, पुतिन धोखाधड़ी से यूक्रेन के हिस्सों को मिलाने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसे में हम चुपचाप देखते नहीं रहेंगे। विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि यूक्रेन की सीमा बदलने के रूस के प्रयासों को हम पूरी तरह अस्वीकार करते हैं।
आर्थिक मदद देने वाले भी प्रतिबंधित
वित्त मंत्रालय ने कहा कि रूस को राजनीतिक और आर्थिक मदद देने वालों को भी प्रतिबंधित कर दिया जाएगा। एएनआइ के अनुसार, मास्को स्थित अमेरिकी दूतावास ने रूस में रह रहे अपने नागरिकों से कहा है कि वे तत्काल यहां से चले जाएं। रूस द्वारा सशस्त्र बलों के समर्थन में अपने नागरिकों की लामबंदी शुरू करने के बाद अमेरिका ने यह कदम उठाया है।
रूस-जर्मनी गैस पाइप लाइन को क्षतिग्रस्त करने का आरोप
दूतावास ने सुरक्षा अलर्ट जारी करते हुए कहा, दोहरी नागरिकता वाले लोगों और अमेरिकी नागरिकों को स्वीकार करने से रूस इन्कार कर सकता है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पश्चिमी देशों पर रूस-जर्मनी गैस पाइप लाइन को क्षतिग्रस्त करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्रतिबंध लगाने के बाद पश्चिमी देश अब रूस पर आतंकी हमला कर रहे हैं।
स्ट्रीम पाइप लाइन पर आरोप प्रत्यारोप
उन्होंने गैस पाइप लाइन को क्षतिग्रस्त कर दिया है। किसी देश का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि जिसको इससे लाभ होगा, उसी ने यह काम किया है। अमेरिका और उसके सहयोगी देशों ने पुतिन के आरोपों को अस्वीकार कर दिया। यूरोपीय संघ ने कहा कि ऊर्जा बाजार में अराजकता से यूरोप नहीं, रूस को लाभ हो रहा है। आइएएनएस के अनुसार, रूसी विदेशी खुफिया सेवा के निदेशक सर्गेई नार्यस्किन ने कहा कि इस बात के साक्ष्य हैं कि नार्ड स्ट्रीम पाइप लाइन पर हमले के पीछे पश्चिमी देशों का हाथ है।
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