Bengal: अवैध कॉल सेंटर की आड़ में फर्जी वेबसाइट व ऐप के जरिए लोगों से ऐंठे रुपये, ED के छापे के बाद हुआ खुलासा
ईडी ने कहा कि उसने हाल ही में कोलकाता स्थित एक कंपनी पर छापा मारा जो कथित तौर पर एक अनधिकृत कॉल सेंटर चलाती है और जिसकी सहयोगी कंपनियों को ब्रिटेन में एक अवैध स्लैमिंग के लिए दंडित किया गया था। बता दें कि मैटर टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड के मालिक और निदेशक कुणाल गुप्ता के 11 परिसरों पर 31 अगस्त को छापे मारे गए थे।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। ईडी ने कहा कि उसने हाल ही में कोलकाता स्थित एक कंपनी पर छापा मारा, जो कथित तौर पर एक अनधिकृत कॉल सेंटर चलाती है और जिसकी सहयोगी कंपनियों को ब्रिटेन में एक अवैध स्लैमिंग के लिए दंडित किया गया था।
क्या है स्लैमिंग?
दरअसल, स्लैमिंग किसी उपभोक्ता की सहमति के बिना उसके टेलीफोन सेवा प्रदाता को अवैध तरीके से बदलने को कहा जाता है। बता दें कि मैटर टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड के मालिक और निदेशक कुणाल गुप्ता के 11 परिसरों पर 31 अगस्त को धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत ED ने छापे मारे थे।
एजेंसी ने अपने बयान में क्या कहा?
एजेंसी की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, ईडी की जांच में पाया गया कि कंपनी के प्रतिनिधियों ने अमेरिका, ब्रिटेन और आस्ट्रेलिया में फर्जी प्रौद्योगिकी सहायता प्रस्तावों, भ्रामक वेबसाइट बिक्री और नकली मोबाइल ऐप के माध्यम से फर्जी ऋण प्रस्तावों के जरिये भोले-भाले लोगों को निशाना बनाया और पीड़ितों से पर्याप्त रकम ऐंठे। इसमें कहा गया है कि गुप्ता ने ब्रिटेन, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में कंपनियां स्थापित की थीं।
होटल, क्लब और कैफे जैसे क्षेत्रों में लगाया गया था पैसा
ईडी ने कहा कि यह भी पता चला है कि उनकी ब्रिटेन स्थित दो कंपनियों पर वहां के दूरसंचार नियामक ‘आफकाम’ द्वारा स्लैमिंग के लिए भारी जुर्माना लगाया गया है। एजेंसी ने कहा कि धनशोधन के जरिये कमाया गया पैसा होटल, क्लब और कैफे जैसे क्षेत्रों में लगाया गया था और यह अवैध धन को वैध बनाने की एक चाल थी। धनशोधन का यह मामला विधाननगर पुलिस की ओर से दर्ज की गई एक FIR पर आधारित है। ईडी ने कहा कि पुलिस ने काल सेंटर को सील कर दिया है।
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