Kolkata: हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने पर TMC सांसद ने राज्यपाल पर साधा निशाना
सांसद सौगत राय ने कहा कि चुनाव की घोषणा के बाद चुनावी हिंसा को देखना राज्य चुनाव आयोग का काम है। हिंसा में कुछ लोगों की मौत के बावजूद राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित करने की कोशिश की कि पंचायत चुनाव में ज्यादा संख्या में लोग नामांकन दाखिल कर सकें।

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल में पंचायत चुनाव के नामांकन के दौरान हुई हिंसा के बाद राज्यपाल सीवी आनंद बोस द्वारा हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने पर अब तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के वरिष्ठ सांसद सौगत राय ने रविवार को सवाल उठाते हुए उनपर निशाना साधा। राय ने कहा कि कानून और व्यवस्था राज्य सरकार के अधीन है, यह राज्यपाल का काम नहीं है। राज्यपाल को इसमें हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। राज्यपाल के दौरे की निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि उनका भांगड़ और कैनिंग जाना और वहां भाजपा पार्टी कार्यालय में उनका बैठना निंदनीय है।
राज्यपाल को कानून व्यवस्था में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए
राय ने कहा कि चुनाव की घोषणा के बाद चुनावी हिंसा को देखना राज्य चुनाव आयोग का काम है। उन्होंने कहा कि हिंसा में कुछ लोगों की मौत के बावजूद राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित करने की पूरी कोशिश की कि पंचायत चुनाव में अधिकतम संख्या में लोग नामांकन दाखिल कर सकें।
इसीलिए रिकार्ड संख्या में इस बार नामांकन पत्र दाखिल हुए हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि राज्यपाल को कानून व्यवस्था के मामले में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। इससे पहले टीएमसी के प्रवक्ता कुणाल घोष ने भी राज्यपाल पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्यपाल भाजपा के कैडर की तरह काम कर रहे हैं।
बता दें कि राज्यपाल बोस ने शनिवार को दक्षिण 24 परगना जिले के हिंसा प्रभावित कैनिंग का दौरा किया था और कहा कि पंचायत चुनाव से पहले राज्य के कुछ जिलों में हुई हिंसा से वह बहुत व्यथित हैं। राज्यपाल ने उससे एक दिन पहले शुक्रवार को उसी जिले के हिंसा प्रभावित भांगड़ का भी दौरा किया था। राज्यपाल ने कहा, मैंने खुद आकर देखा कि यहां क्या हुआ था। मैं बहुत व्यथित हूं। यह स्वीकार्य स्थिति नहीं है।
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