पश्चिम बंगाल: मुर्शिदाबाद में चार दिन में दूसरी बार TMC नेता की हत्या, BJP कार्यकर्ता पर लगा आरोप
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेता पतित पाल की अज्ञात हमलावरों द्वारा हत्या कर दी गई। 21 जुलाई की रात को हुए इस हमले में पाल को गोली मारी गई और धारदार हथियार से हमला किया गया। पुलिस ने सात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है जिन पर बीजेपी से जुड़े होने का आरोप है।

पीटीआई, कोलकाता। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। तृणमूल कांग्रेस (TMC) के एक स्थानीय नेता पर अज्ञात हमलावरों ने हमला कर दिया था। गोली और धारदार हथियार से बुरी तरह जख्मी नेती की मौत हो गई।
इस घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल बन गया। पुलिस के मुताबिक, यह हमला 21 जुलाई की रात हुआ जब टीएमसी नेता पतित पाल अपने घर के पास थे। अज्ञात हमलावरों ने उन पर गोली चलाई और धारदार हथियार से हमला भी किया।
प्रभावशाली नेता ने पतित पाल
इसके बाद, बुरी तरह से घायल पतित पाल को मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान शनिवार सुबह उन्होंने दम तोड़ दिया। पतित पाल रेजिनगर क्षेत्र के प्रभावशाली नेता माने जाते थे।
पुलिस ने बताया कि इस मामले में सात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है, जिनमें सभी के बीजेपी से जुड़े होने का आरोप है। पतित पाल के भाई परितोष पाल ने दावा किया है कि हमला राजनीतिक साजिश का नतीजा है।
पतित के भाई ने क्या आरोप लगाया?
पतित पाल के भाई का कहना है कि हमलावर स्थानीय बीजेपी कार्यकर्ता थे, जिन्होंने पहले से ही पतति को एक पुराने हत्या के मामले में गवाही देने पर धमकी दी थी। परितोष का यह भी आरोप है कि FIR पतित पाल के मरने के पहले दिए गए बयान के आधार पर दर्ज हुई है।
उन्होंने कहा कि अब भी उन्हें और उनके परिवार को धमकियां मिल रही हैं तोकि वो केस वापस ले लें। इस हत्या पर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने इसे TMC का आंतरिक झगड़ा बताया और निष्पक्ष जांच की मांग की।
TMC ने कहा- हमलावरों से नहीं है कोई लेना-देना
CPI (M) के केंद्रीय समिति सदस्य सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि इस घटना से साफ है कि अब टीएमसी कार्यकर्ता और स्थानीय नेता भी राज्य में सुरक्षित नहीं हैं।
वहीं, टीएमसी के भरतपुर से विधायक और बागी नेता हुमायूं कबीर ने कहा कि हमलावरों का टीएमसी से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा, "सिर्फ झंडा उठाने और कार्यक्रमों में शामिल होने से कोई पार्टी का नहीं हो जाता है। हम चाहते हैं दोषियों को सख्त सजा मिले।"
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