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    'मेरा बाजार में अपमान हुआ, मैं जिंदा नहीं...', लड़के पर लगा छात्रा के साथ छेड़छाड़ का आरोप; फंदे लगाकर कर ली आत्महत्या

    Updated: Sat, 26 Jul 2025 06:43 PM (IST)

    कोलकाता पूर्व मेदिनीपुर में नौवीं कक्षा के छात्र सूर्य मन्ना ने आत्महत्या कर ली। उस पर स्कूल में एक छात्रा से छेड़छाड़ का आरोप था जिसके बाद बाजार में उसकी पिटाई की गई। छात्र ने सुसाइड नोट में लिखा कि उसने कुछ गलत नहीं किया और उसे झूठे आरोपों में प्रताड़ित किया गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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    छेड़छाड़ के आरोप में भरे बाजार में पिटाई से अपमानित नौवीं के छात्र ने की आत्महत्या।(फोटो सोर्सं: जागरण ग्राफिक्स)

    राज्य ब्यूरो, कोलकाता। स्कूल में एक छात्रा से कथित छेड़छाड़ के आरोप में भरे बाजार में पिटाई से अपमानित महसूस करने के कारण नौवीं कक्षा के एक छात्र ने आत्महत्या कर ली। यह घटना शनिवार को बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले के कांथी थाना क्षेत्र के पिचवानी इलाके में सामने आई।

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    मृतक छात्र का नाम सूर्य मन्ना (15) है। पुलिस के अनुसार, मृतक के घर से एक सुसाइड नोट मिला है। इस पत्र में किशोर ने अपने पिता को लिखा कि उसने कुछ भी गलत नहीं किया। उसे सबके सामने झूठे आरोपों में प्रताड़ित किया गया। अपमान सहन न कर पाने के कारण वह आत्महत्या कर रहा है।

    जब पांशकुड़ा में सातवीं कक्षा के छात्र ने किया था आत्महत्या 

    मालूम हो कि इस घटना ने इसी साल मई में पूर्व मेदिनीपुर के ही पांशकुड़ा इलाके में सातवीं कक्षा के एक छात्र द्वारा आत्महत्या की याद दिला दी है। दुकानदार ने उस पर चिप्स का पैकेट चुराने का आरोप लगाया था, लेकिन छात्र ने दावा किया था कि उसने ऐसा किया ही नहीं।

    इधर स्थानीय और पुलिस सूत्रों के अनुसार, पिछले गुरुवार को कांथी के पिचवानी गांव निवासी सूर्य मन्ना पर स्कूल में आठवीं कक्षा की एक लड़की के साथ छेड़खानी का आरोप लगा था।

    हालांकि छात्र ने दावा किया था कि उसने ऐसा कुछ नहीं किया। वह लड़की को जानता भी नहीं। बताया जा रहा है कि उसी दिन दोपहर में छात्र अपने एक सहपाठी के घर गया। वापस लौटते समय, पिचवानी बाजार में कुछ लोगों ने उसे रोक लिया और उसकी पिटाई की।

    छात्र को माफी मांगने पर किया गया मजबूर 

    छात्र के माता-पिता को भी बुलाया गया। तब भी, छात्र ने कहा था कि वह उस लड़की को जानता तक नहीं है। इसके बाद भी, उसे सभी से माफी मांगने के लिए मजबूर किया गया।

    रात में घर लौटने के बाद भी छात्र ने अपने माता-पिता से कहा कि उसने कुछ भी गलत नहीं किया है। लेकिन बताया जा रहा है कि माता-पिता ने भी उसे डांटा।

    लड़के ने बार-बार खुद को निर्दोष बताया

    इसके बाद, शुक्रवार दोपहर में किशोर ने घर के बाहर फंदे लगाकर आत्महत्या कर ली। उसे स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक छात्र के पिता रवींद्रनाथ मन्ना ने कहा कि लड़के ने बार-बार खुद को निर्दोष बताया। लेकिन लड़की के परिवार और जानने वालों ने उसे बदनाम किया। उसने अपमानित होकर अपनी जान दे दी।

    लड़की का पिता मेरे बेटे की आत्महत्या के लिए जिम्मेदार है। लड़की का पिता बाजार से कुछ लोगों को बुलाकर मेरे बेटे को पीटा। उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया।

    दूसरी ओर, लड़की के परिवार ने दावा किया है कि वे लड़के की आत्महत्या के लिए किसी भी तरह से जिम्मेदार नहीं हैं। कांथी थाने के एक अधिकारी ने कहा कि अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।

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