Sandeshkhali Violence: 'पीड़ित महिलाओं को आश्रय देगा राजभवन', राज्यपाल बोले- न्याय दिलाने के लिए करेंगे...
बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने शनिवार को कहा कि संकटग्रस्त संदेशखाली की उन महिलाओं के लिए राजभवन के दरवाजे खुले हैं जो अपने घरों में असुरक्षित महसूस करती हैं। उन्होंने आश्वस्त किया कि वह इन महिलाओं के लिए अपनी पूरी शक्ति लगा देंगे। उन्होंने भरोसा दिया कि संदेशखाली की प्रताड़ित महिलाएं राजभवन में शरण ले सकती हैं जहां उन्हें आश्रय भोजन और सुरक्षा प्रदान की जाएगी।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने शनिवार को कहा कि संकटग्रस्त संदेशखाली की उन महिलाओं के लिए राजभवन के दरवाजे खुले हैं, जो अपने घरों में असुरक्षित महसूस करती हैं। एक समाचार एजेंसी से बात करते हुए बोस ने उनकी कलाई पर राखी बांधने वाली सताई हुई संदेशखाली की महिलाओं को न्याय दिलाने और उनकी रक्षा के लिए हरसंभव मदद का वादा किया।
राज्यपाल ने क्या कुछ कहा?
उन्होंने आश्वस्त किया कि वह इन महिलाओं के लिए अपनी पूरी शक्ति लगा देंगे। उन्होंने भरोसा दिया कि संदेशखाली की प्रताड़ित महिलाएं राजभवन में शरण ले सकती हैं, जहां उन्हें आश्रय, भोजन और सुरक्षा प्रदान की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली इलाके में बड़ी संख्या में महिलाएं पिछले कुछ दिनों से प्रदर्शन कर रही हैं और उनका आरोप है कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के फरार नेता शाहजहां शेख और उनके समर्थकों ने उनका यौन उत्पीड़न किया और जबरन जमीन पर भी कब्जा कर लिया है।
'पीड़ितों के लिए खुले हैं राजभवन के दरवाजे'
राज्यपाल बोस ने बीते सोमवार को अशांत संदेशखाली क्षेत्र का दौरा भी किया था और पीड़ित महिलाओं से मुलाकात के बाद कहा कि वह वहां के घटनाक्रम को देखकर स्तब्ध हैं और उनकी अंतरात्मा हिल गई। बोस ने कहा,
पीड़ित महिलाओं के लिए राजभवन के दरवाजे खुले हैं, जो यहां आकर रह सकती हैं। हम उन्हें आश्रय, भोजन और सुरक्षा प्रदान करेंगे।
राज्यपाल ने कहा कि खतरा महसूस करने वाली महिलाएं शिकायत दर्ज कराने के लिए 033-22001641 डायल करके राजभवन के 'शांति कक्ष' से संपर्क कर सकती हैं।
उन्होंने आश्वासन दिया कि शिकायत मिलते ही त्वरित कार्रवाई की जाएगी और कहा कि हमारा शांति कक्ष हमेशा खुला है। संदेशखाली से कोई भी पीड़ित किसी भी शिकायत को दर्ज करने के लिए कॉल कर सकते हैं।
यह पूछे जाने पर कि क्या मांग होने पर वह संदेशखाली का दोबारा दौरा करेंगे तो बोस ने जवाब दिया, फिलहाल, संदेशखाली की भलाई मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता है। अगर जरूरत पड़ी तो मैं उस जगह का दोबारा दौरा करूंगा।
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