'NCERT की किताबों से मुगल काल को नहीं हटाया गया', बढ़ते विवाद के बीच केंद्रीय मंत्री ने बताई पूरी बात
एनसीईआरटी की किताबों से मुगल काल को नहीं हटाया गया बल्कि दोहराव वाली सामग्री को संपादित किया गया है। केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने कहा कि मुगल काल भारतीय इतिहास का सबसे काला दौर था और इसे अन्य ऐतिहासिक युगों की तरह महिमामंडित नहीं किया जाना चाहिए। नई शिक्षा नीति के तहत तैयार हो रही किताबों में भारतीय परंपराओं दर्शन ज्ञान प्रणालियों और स्थानीय संदर्भ को शामिल किया गया है।

राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता। केंद्रीय मंत्री और बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने सोमवार को कहा कि एनसीईआरटी की किताबों से मुगल काल को नहीं हटाया गया है। केवल दोहराव वाली सामग्री को संपादित किया गया है।
उन्होंने मुगल काल को भारतीय इतिहास का सबसे काला दौर बताया और कहा कि इसे अन्य ऐतिहासिक युगों की तर्ज पर महिमामंडित नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुगल काल भारतीय इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, लेकिन इसी तरह का महत्व दूसरे युग को भी दिया जाना चाहिए, जो भारत का स्वर्णिम काल था।
नई शिक्षा नीति के तहत तैयार हो रही किताबें
गौरतलब है कि इस सप्ताह जारी नई पाठ्यपुस्तकें राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) और स्कूली शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा (एनसीएफएसई) के अनुरूप तैयार की गई हैं। नई शिक्षा नीति और पाठ्यचर्या रूपरेखा में स्कूली शिक्षा में भारतीय परंपराओं, दर्शन, ज्ञान प्रणालियों और स्थानीय संदर्भ को शामिल करने पर जोर दिया गया है।
भारतीय राजवंशों, पवित्र भूगोल, प्रयागराज महाकुंभ और मेक इन इंडिया तथा बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ जैसी सरकारी पहलों को शामिल किया गया है।
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