Kolkata News: पंचायत चुनाव में गड़बड़ी हुई तो बैलेट बाक्स को तालाब में फेंक देंगे : सुवेंदु
Kolkata News बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि इस बार का पंचायत चुनाव भाजपा नेताओं और समर्थकों के लिए करो य ...और पढ़ें

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी ने शनिवार को नंदीग्राम हिंसा की बरसी पर आयोजित कार्यक्रम में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए आगामी पंचायत चुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया।
कहा- सबको मिलकर हिंसा व अत्याचार का विरोध करना होगा
नंदीग्राम से विधायक सुवेंदु ने कहा कि इस बार का पंचायत चुनाव भाजपा नेताओं और समर्थकों के लिए करो या मरो की लड़ाई है। सबको मिलकर हिंसा व अत्याचार का विरोध करना होगा। उन्होंने तृणमूल कांग्रेस व ममता सरकार को चेतावनी देते हुए यहां तक कहा कि इस बार पंचायत चुनाव में बाधा देने और गड़बड़ी करने पर बैलेट बाक्स को तालाब में फेंक देंगे।
भाजपा नेता ने चुनाव से पहले पार्टी कार्यकर्ताओं को दिया करो या मरो का संदेश
नंदीग्राम हिंसा में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए वहां आयोजित कार्यक्रम में सुवेंदु ने कार्यकर्ताओं से कहा कि अगर पारदर्शी और स्वतंत्र मतदान नहीं हुआ तो क्या किया जाए। सारे बदलाव की शुरुआत इसी जिले से होती है। उन्होंने दोहराया कि इस बार करो या मरो की लड़ाई है। यदि इस बार भाजपा समर्थकों को वोट देने में बाधा दी गई या गड़बड़ी हुई तो मैं मतपेटी लेकर तालाब में फेंक दूंगा।
इशारों में वामपंथियों के साथ गठबंधन का भी दिया संदेश
सुवेंदु ने इस दौरान पंचायत चुनाव में तृणमूल को हराने के लिए अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को इशारों में वामपंथी कार्यकर्ताओं के साथ अंदरूनी गठबंधन बनाने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा- गठबंधन की तैयारी करें। बता दें कि हाल में पूर्व मेदिनीपुर जिले में सहकारी समिति के चुनाव में तृणमूल को हराने के लिए भाजपा व वामपंथी समर्थकों ने अप्रत्यक्ष रूप से अंदरूनी गठबंधन कर कई जगहों पर जीत दर्ज की थी। इसी के साथ सुवेंदु ने इस दौरान यह भी कहा कि 2021 के विधानसभा चुनाव में नंदीग्राम में वह वामपंथी हिंदुओं के वोट से जीते।
सभी वामपंथी बुरे नहीं होते- सुवेंदु
नंदीग्राम में उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को करीबी मुकाबले में हराया था। सुवेंदु ने कहा- सभी वामपंथी बुरे नहीं होते हैं। हमारे साथ बहुत सारे वामपंथी आए हैं। नंदीग्राम में मैं जीता क्योंकि वामपंथी हिंदुओं के एक बड़े वर्ग ने मतदान किया। मैं इसे खुलकर स्वीकार करता हूं। सुवेंदु ने इसके साथ ही कहा कि 2011 में ममता बनर्जी के सत्ता में आने से पहले 34 साल तक बंगाल में राज करने वाली माकपा, तृणमूल से बहुत ज्यादा मजबूत थी।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।