Bengal: 'देश में चल रहा एजेंसी राज'; मुख्यमंत्री ममता बोलीं- क्या भारत राष्ट्रपति चुनाव की ओर बढ़ रहा
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि आज देश में जो हालात हैं उसमें उन्हें कुछ भी बोलने का अधिकार नहीं है। उन्होंने सवाल किया कि क्या भारत राष्ट्रपति चुनाव की ओर बढ़ रहा है। ममता ने कहा कि संविधान की भावना उसकी प्रस्तावना है। देश का संविधान लोकतंत्र संघवाद और धर्मनिरपेक्षता का ख्याल रखते हुए बहुत ही परिश्रमपूर्वक बनाया गया था।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। विपक्ष के खिलाफ ईडी-सीबीआई की कार्रवाई की आलोचना करते हुए बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि आज देश में जो हालात हैं, उसमें उन्हें कुछ भी बोलने का अधिकार नहीं है। यदि वह दृढ़ता से कुछ भी कहेंगी, तो ईडी की टीम कल उनके घर पहुंच जाएगी।
ममता बनर्जी ने क्या कुछ कहा?
शनिवार शाम यहां एक कार्यक्रम में ममता ने कहा कि मौलिक अधिकारों और देश की संप्रभुता के बीच संतुलन को नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए। अगर संविधान केवल एजेंसी का, एजेंसी के लिए और एजेंसी द्वारा चलाया जाएगा, तो हम इसे स्वीकार नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि संविधान लोगों का, लोगों द्वारा और लोगों के लिए है। उन्होंने आरोप लगाया,
देश में हिटलरशाही और एजेंसी राज चल रहा है। एक दिन हिटलर राज जरूर खत्म होगा।
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मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि देश में संघवाद को 'पूरी तरह से ध्वस्त' कर दिया गया है और कई राज्यों को जीएसटी (माल एवं सेवा कर) का उनका हिस्सा नहीं मिल रहा। ममता ने आगे कहा कि अगर कोई कहता है कि धर्मनिरपेक्षता खराब है या लोकतंत्र खतरनाक है, तो वह इसे स्वीकार नहीं कर सकती।
'क्या राष्ट्रपति चुनाव की ओर बढ़ रहा देश'
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर कोई कहता है कि संविधान को बदलने की जरूरत है, तो यह किसी विचारधारा या किसी दृष्टिकोण को खुश करने के लिए है। उन्होंने सवाल किया कि क्या भारत राष्ट्रपति चुनाव की ओर बढ़ रहा है। ममता ने कहा कि संविधान की भावना उसकी प्रस्तावना है। देश का संविधान लोकतंत्र, संघवाद और धर्मनिरपेक्षता का ख्याल रखते हुए बहुत ही परिश्रमपूर्वक बनाया गया था।
उन्होंने जोर देकर कहा कि मौलिक अधिकारों और देश की संप्रभुता के बीच अच्छे संतुलन को नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम शांति से रहना चाहते हैं और हर किसी को ऐसा करने का अधिकार है।
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