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    Bengal: केंद्रीय मंत्री को भाजपा कार्यकर्ताओं ने बनाया बंधक, घंटों बाद पुलिस ने ताला तोड़कर किया रेस्क्यू

    By AgencyEdited By: Shalini Kumari
    Updated: Tue, 12 Sep 2023 04:42 PM (IST)

    बंगाल में केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष सरकार को भाजपा के कार्यकर्ताओं ने घेर लिया और बांकुड़ा जिला के भाजपा कार्यालय में बंद कर दिया। इस दौरान आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय मंत्री के खिलाफ जोर-जोर से दूर हटो के नारे भी लगाए। पार्टी कार्यकर्ता की शिकायत है कि मंत्री सुभाष सरकार तानाशाही रवैया वाले नेता हैं और जिले में कई तरह से भाजपा को नुकसान पहुंचा रहे हैं।

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    केंद्रीय मंत्री को भाजपा कार्यकर्ताओं ने बनाया बंधक

    कोलकाता, एजेंसी। भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई में अंदरूनी कलह पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा जिले में सामने आ गई है। दरअसल, यहां मंगलवार को स्थानीय खेमे के लोकसभा सदस्य और केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष सरकार को स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं ने ही बंधक बना लिया।

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    केंद्रीय मंत्री के खिलाफ लगे नारे

    भाजपा कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय मंत्री को कार्यालय में एक घंटे से अधिक समय तक बंद रखा। इसके साथ ही, स्थानीय भाजपा समर्थकों ने उनके खिलाफ 'दूर हटो' के नारे भी लगाए। हालांकि, बाद में पुलिस की एक बड़ी टुकड़ी मौके पर पहुंची और ताला तोड़कर मंत्री को बचाया।

    सुरक्षाकर्मी और कार्यकर्ताओं के बीच हाथापाई

    यह तनाव तब बढ़ा, जब मंत्री बांकुड़ा के पार्टी कार्यालय पहुंचे। यहां पर स्थानीय बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उन्हें घेर लिया। जैसे ही वह कमरे के अंदर गए, पार्टी कार्यकर्ताओं ने कमरा बाहर से बंद कर दिया। इसके बाद भाजपा कार्यकर्ताओं और सरकार के सुरक्षाकर्मियों के बीच हाथापाई भी हो गई।

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    घटना की सूचना मिलने पर जब बांकुड़ा के भाजपा संगठनात्मक जिला अध्यक्ष सुनील रुद्र मंडल पार्टी कार्यालय पहुंचे, तो आंदोलनकारी भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनके साथ भी मारपीट भी की।

    सरकार में तानाशाही रवैया वाले नेता

    सुनील रूद्र मंडल के खिलाफ मुख्य आरोप यह था कि बांकुड़ा में पार्टी के संगठनात्मक ढांचे के निर्माण के लिए जिम्मेदार पुराने लोगों को महत्व देने के बजाय, सरकार अपने विश्वासपात्रों को महत्व दे रही थी। जब सरकार को पुलिस ने बाहर निकाला, तब मीडिया के बार-बार पूछने पर भी उन्होंने इस मामले में कोई भी प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया।

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    हालांकि, बांकुरा के संगठनात्मक जिला अध्यक्ष ने दावा किया कि आंदोलनकारियों को भाजपा से निष्कासित कर दिया गया था, जिनका अब पार्टी से कोई संबंध नहीं है।