Kolkata: दो दर्जियों को मिली थी तृणमूल नेता की हत्या की सुपारी! TMC नेता सैफुद्दीन लश्कर की हत्या में कांट्रैक्ट किलिंग का एंगल
Kolkata Newsदो दर्जियों को कांग्रेस के नेता सैफुद्दीन लश्कर की हत्या की सुपारी दी गई थी। हत्या से पहले उसकी पूरी गतिविधियों पर बारीकी से नजर रखी गई थी। वह कब कहां जाता है किस समय घर में प्रवेश करता है किस समय वह अकेला होता है यह जानकारी जुटाने के लिए तृणमूल नेता के घर के बगल के एक घर में ही दो हत्या आरोपितों ने शरण ली थी।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के जयनगर में तृणमूल कांग्रेस के नेता सैफुद्दीन लश्कर की हत्या के मामले में कांट्रैक्ट किलिंग का पहलू सामने आया है। सोमवार सुबह अज्ञात बदमाशों ने स्थानीय पंचायत सदस्य व तृणमूल के अंचल अध्यक्ष लश्कर की गोली मारकर हत्या कर दी थी। जिला पुलिस के सूत्रों ने कहा कि लश्कर की हत्या की प्रकृति से यह स्पष्ट है कि हत्या पूर्व नियोजित थी। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि हत्या की जगह और समय पहले से प्लानिंग की गई थी। यह भी सामने आया है कि दर्जी बनकर लश्कर की गतिविधियों की रेकी की गई थी।
दो दर्जियों को हत्या की सुपारी दी गई थी। हत्या से पहले उसकी पूरी गतिविधियों पर बारीकी से नजर रखी गई थी। वह कब कहां जाता है, किस समय घर में प्रवेश करता है, किस समय वह अकेला होता है, यह जानकारी जुटाने के लिए तृणमूल नेता के घर के बगल के एक घर में ही दो हत्या आरोपितों ने शरण ली थी।
जांचकर्ताओं के सूत्रों के अनुसार, डायमंड हार्बर का एक युवक कुछ दिनों से जयनगर के बामनगाछी में जहां सैफुद्दीन का महल जैसा घर स्थित है, वहां कुछ दूरी पर कुछ दिनों से वह रह रहा था। पुलिस ने सोमवार को हत्या के बाद शहरुल शेख नाम के युवक को गिरफ्तार किया। उससे पूछताछ में कई जानकारियां मिली हैं।
23 साल का शहरुल चोरी और डकैती में रहा है शामिल
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, 23 साल का शहरुल चोरी और डकैती में शामिल रहा है। उसका नाम पहले भी पुलिस रजिस्टर में आ चुका है। वह दर्जी के पेशे से भी जुड़ा रहा हैं। सैफुद्दीन पर नजर रखने के लिए डायमंड हार्बर के नेत्रा के रहने वाले शाहरूल को रखा गया था। पुलिस पूछताछ में शहरुल ने बताया कि उसे कुछ दिन पहले ही उसे इस काम का आफर मिला था। उसे बताया गया कि चोरी का कार्य करना है। इसलिए घर पर नजर रखनी होगी। युवक मान गया। इसके बाद वह बामनगाछी इलाके में आ गाया। सोमवार को जब तृणमूल नेता की गोली मारकर हत्या की गई तो वह भी वहां मौजूद था।
शहरुल को 10 दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा गया
इधर, शहरुल को मंगलवार को बारुईपुर महकमा अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे 10 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। हालांकि उसने कोर्ट से निकलते समय दावा किया कि सैफुद्दीन पर गोली उसने नहीं चलाई थी। शहरुल ने दावा किया कि हत्या का आदेश नासिर ने दिया था और गोली सहाबुद्दीन ने चलाई थी। परंतु, नासिर कौन है यह पता नहीं चला है। पुलिस जांच कर रही है।
पुलिस के मुताबिक, जब सैफुद्दीन मस्जिद में नमाज पढऩे के लिए जा रहा था तो शहरुल ने ही हत्यारों को इसकी जानकारी दी थी। उसके कहे अनुसार आपरेशन का समय निश्चित हुआ था। यह भी पता चला है कि हत्या के लिए एक लाख रुपये की सुपारी दी गई थी। घटना में शामिल हत्यारों की तलाश जारी है। पुलिस ने बताया कि तृणमूल नेता हत्याकांड में अब तक दो लोगों का पता नहीं चल पाया है।
पुलिस ने दर्ज किए तीन मामले
इधर, इस हत्याकांड के मामले में पुलिस ने तीन मामले दर्ज किए हैं। पहला, लश्कर की हत्या से संबंधित, दूसरा, शेख की पीट-पीटकर हत्या करने का और तीसरा घर जलाने का। उल्लेखनीय है कि सोमवार सुबह लश्कर की हत्या के बाद जयनगर का बामनगाछी इलाका रणक्षेत्र में तब्दील हो गया। हत्या की खबर से ग्रामीणों का एक वर्ग, विशेष रूप से सत्तारूढ़ दल से जुड़े उनके समर्थक उग्र हो गए।
उन्होंने हत्या के शक में दो स्थानीय ग्रामीणों की बुरी तरह पिटाई की। इनमें एक की मौत हो गई, जबकि दूसरे को पुलिस ने बचा लिया। तृणमूल नेता के समर्थकों ने इलाके के 10 घरों में आग भी लगा दी थी। जिस सहाबुद्दीन की पीट-पीटकर हत्या की गई, वह जयनगर के गोदाबार इलाके में रहता था। सहाबुद्दीन दर्जी का काम करता था। शहरुल कभी-कभी दर्जी का काम करता था। हालांकि, मृतक सहाबुद्दीन की पत्नी जरीना बीबी का दावा है कि उनके पति इस घटना में शामिल नहीं थे।
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