उत्तरकाशी में उडखोला जंगल में भीषण आग, चारापत्ती राख होने से पशुपालकों की बढ़ी चिंता
चिन्यालीसौड़ के उडखोला गांव के जंगल में मंगलवार शाम आग लग गई, जिससे चारा-पत्ती और सूखी घास जलकर राख हो गई। आग लगने का कारण अज्ञात है। ग्रामीणों ने आग ...और पढ़ें

उडखोला के जंगल में लगी आग। जागरण
संवाद सूत्र, जागरण, चिन्यालीसौड़ : विकासखंड चिन्यालीसौड़ की ग्राम पंचायत उडखोला का जंगल मंगलवार शाम करीब पांच बजे अचानक आग की चपेट में आ गया। आग की चपेट में आकर चारा-पत्ती और सूखी घास जलकर राख हो गई।
आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है। सूचना मिलते ही ग्रामीणों ने आग बुझाने का प्रयास शुरू कर दिया। वहीं, ग्राम प्रधान जयपाल लाल एवं सामाजिक कार्यकर्ता अरबिंद लाल ने वन विभाग तथा प्रशासन को घटना की जानकारी दे दी है। इधर, पूर्व कनिष्ठ प्रमुख उर्मिला रांगड़ ने कहा कि चारापत्ती के जल जाने से पशुपालकों के सामने समस्या उत्पन्न हो गई है, जिसे देखते हुए सरकार को तत्काल राहत एवं सहायता उपलब्ध करानी चाहिए।
पांडुकेश्वर क्षेत्र के जंगलों में लगी थी भीषण आग
केदारनाथ वन्यजीव प्रभाग की नागनाथ रेंज के हापला क्षेत्र व ज्योतिर्मठ विकासखंड के पांडुकेश्वर के जंगलों में रविवार देर शाम से भीषण आग लगी थी। आग से रैसू बीट के ऐला, पतरोली तथा कलसीर बीट के जखमाला, डाडागैर और कलसीर के चीड़ के जंगलों में आग लगने से वन संपदा को भारी नुकसान हुआ है।
अराजक तत्वों ने जंगल में लगाई आग
पर्वतीय जिलों में इस बार सर्दी में ही जंगल धुआं धुआं होने लगे हैं। मानवीय खुराफात के बीच रही सही कसर मेघों की बेरूखी ने पूरी कर दी है। मंगलवार को अराजक तत्वों ने अल्मोड़ा के रानीखेत के पन्याली का जंगल जला डाला।
लपटें इतनी विकराल थी कि रानीखेत खैरना स्टेट हाईवे तक पहुंच गई। आग से पांच से 10 हेक्टेयर के बीच वन संपदा राख हो गई। अंदेशा है कि निचले भूभाग पर जंगल के करीब खरपतवार जलाकर छोड़ दिए जाने से चिंगारी ने विकारल रूप लिया।

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