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हाई एल्टीट्यूड पर तीन माह नहीं गुजारेंगे जवान : राजनाथ

चीन सीमा पर तैनात हिमवीरों के साथ नए साल का जश्न मनाने और उनका उत्साहवर्द्धन करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह नेलांग बार्डर पहुंचे। उन्होंने जवानों संग नाश्ता भी किया।

By BhanuEdited By: Published: Mon, 01 Jan 2018 10:10 AM (IST)Updated: Tue, 02 Jan 2018 03:00 AM (IST)
हाई एल्टीट्यूड पर तीन माह नहीं गुजारेंगे जवान : राजनाथ
हाई एल्टीट्यूड पर तीन माह नहीं गुजारेंगे जवान : राजनाथ

उत्तरकाशी, [जेएनएन]: बर्फीली हवाओं के बीच भारत-चीन सीमा पर स्थित नेलांग चौकी पर तैनात हिमवीरों के हौसले को देख गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा 'आपके जज्बे से ही सीमाएं सुरक्षित हैं। हमें आप पर फख्र है।' नववर्ष मनाने पहुंचे राजनाथ भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) के जवानों को सौगात देना भी नहीं भूले। उन्होंने कहा कि अब 11 हजार अथवा इससे अधिक ऊंचाई (हाई एल्टीट्यूड) पर तैनात जवानों को यहां तीन माह की अवधि नहीं गुजारनी होगी। इस अवधि को कम किया जा रहा है। हालांकि यह कितनी होगी अभी नहीं कहा जा सकता।

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रविवार को उत्तरकाशी के पास आइटीबीपी के मातली शिविर में जवानों के साथ पुराने साल को विदाई देकर सोमवार सुबह गृहमंत्री सीमा पर स्थित अग्रिम चौकी नेलांग के लिए रवाना हुए। निर्धारित समय आठ बजे की बजाए साढ़े नौ बजे उनके हेलीकॉप्टर ने उड़ान भरी। इससे पहले मौसम के मद्देनजर हालात का जायजा लेने एक हेलीकॉप्टर नेलांग भेजा गया। दरअसल इन दिनों नेलांग में अधिकतम तापमान शून्य से एक डिग्री कम और न्यूनतम माइनस 15 डिग्री सेल्सियस के करीब है। 

आइटीबीपी के एडजुटेंट प्रदीप गुलेरिया ने बताया कि करीब 45 मिनट की उड़ान के बाद सवा दस बजे जब राजनाथ नेलांग पहुंचे तो वहां तापमान माइनस छह डिग्री सेल्सियस था। खून जमाने वाली ठंड में चौकी के सौ जवानों ने गृहमंत्री कास गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने जवानों की नववर्ष की शुभकामनाएं दीं और  हालचाल जाना। कहा, सेना, अद्र्धसैनिक, पुलिस बल एवं अन्य सुरक्षाकर्मियों के कारण देश में शांति एवं सुरक्षा का माहौल कायम है। सभी बहादुर जवानों एवं अधिकारियों को भी मैं नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। 

नेलांग में तैनात 12वीं वाहिनी आइटीबीपी के सहायक सेनानी सुमित और निरीक्षक रजनीकांत से घाटी में पल-पल बदलते मौसम के बारे में जानकारी ली तो द्वितीय कमान अधिकारी धर्मपाल सिंह रावत से अन्य चौकियों के बारे में जानकारी ली। गृहमंत्री ने चौकी में जवानों के रहने-खाने की व्यवस्था का निरीक्षण किया। जवानों द्वारा तैयार वाटिका से अभिभूत राजनाथ ने कहा कि 'अपनी मेहनत से आपने बर्फीले बियाबान में भी नखलिस्तान बना डाला।' बाद में जवानों के साथ उन्होंने जलपान भी किया। करीब डेढ़ घंटा बिताने के बाद वह दिल्ली के लिए रवाना हो गए। इस दौरान उनके साथ आइटीबीपी के महानिदेशक आरके पचनंदा भी थे।

नौ हजार फीट की तैनाती पर मिलेंगे लाइट वेट क्लोथ

जवानों को संबोधित करते हुए राजनाथ ने ऐलान किया कि अब नौ हजार फीट की ऊंचाई पर तैनात जवानों को भी लाइट वेट क्लोथ (बर्फ में पहने जाने वाले हल्के वजन के गर्म कपड़े) दिए जाएंगे। अब तक ये कपड़े 14 हजार फीट की ऊंचाई पर तैनात जवानों को ही दिए जाते हैं।

शरीर यहां है, मन पुलवामा में

आइटीबीपी जवानों से बातचीत के दौरान गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि रविवार को पुलवामा में सीआरपीएफ कैंप पर आतंकी हमले में पांच जवान शहीद हुए हैं। संवेदना प्रकट करते हुए उन्होंने कहा कि शरीर यहां है, लेकिन मन पुलवामा में है।

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